छत्तीसगढ़ से मानसून की विदाई 26 अक्टूबर को हो चुकी है. मौसम विभाग ने भी इसकी औपचारिक घोषणा कर दी है. पिछले साल की तुलना में इस साल औसत बारिश 8 फीसदी ज्यादा हुई है.

रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : छत्तीसगढ़ में इस साल इंद्रदेव मेहरबान रहे हैं. मौसम विभाग ने बारिश के आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें राज्य में सामान्य वर्षा से 8 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. ज्यादा बारिश किसानों के लिए फायदेमंद है. राज्य से मानसून की विदाई 26 नवंबर को हो चुकी है.

सामान्य से 8 फीसदी ज्यादा बारिश छत्तीसगढ़ से मानसून की विदाई 26 अक्टूबर को हो चुकी है. मौसम विभाग ने भी इसकी औपचारिक घोषणा कर दी है. पिछले साल की तुलना में इस साल औसत बारिश 8 फीसदी ज्यादा हुई है. प्रदेश में औसत बारिश 1142.1 मिली मीटर होनी चाहिए थी, लेकिन इस साल 1234.4 मिली मीटर बारिश हुई है. इस तरह से सामान्य से 8 फीसदी ज्यादा बारिश हुई जो कि किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित हुई है. राज्य में ज्यादा बारिश होने के चलते धान की फसल भी अच्छी होने की उम्मीद है.

ज्यादा बारिश धान के लिए फायदेमंद

राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ से मानसून की विदाई होते ही अब प्रदेश में ठंड पड़ने के आसार भी दिख रहे हैं. बीते दो-तीन दिनों से शाम के समय हल्की ठंड भी महसूस हो रही है. बारिश का मौसम जून से लेकर सितंबर तक का रहता है और इस साल प्रदेश में सामान्य से 8 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. जोकि किसानों के लिए फायदेमंद है. हालांकि कुछ जगहों पर अल्प वर्षा या खंड वर्षा के चलते धान की फसल में कीट का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है

बीजापुर में सामान्य से 72 फीसदी ज्यादा बारिश

राजधानी के लालपुर स्थित मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक आरके वैस ने बताया कि इस साल प्रदेश में औसत से 8 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. बीजापुर जिले में सामान्य वर्षा के मुकाबले इस साल 72 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. कांकेर और सरगुजा जिले में सामान्य से 121 फीसदी ज्यादा बारिश हुई. प्रदेश के बाकी जिलों में सामान्य वर्षा दर्ज की गई है. मौसम विभाग का कहना है कि बारिश का मौसम 1 जून से लेकर 30 सितंबर तक का होता है और मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़े 4 महीने के हैं.