छत्तीसगढ़ में 10 साल में 135 हाथियों की मौत: आज फिर एक हाथी का मिला शव, करंट की चपेट में आने की संभावना

रायगढ़(सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में आज एक जंगली हाथी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. करंट की चपेट में आकर हाथी की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. घटना छाल रेंज के बनहर बीट की है. राज्य में साल 2021 में हाथी के मौत का यह पहला मामला है. साल 2020 में भी महज 5 महीनों में प्रदेशभर में 14 हाथियों की मौत हुई थी. जबकि पिछले 10 साल में छत्तीसगढ़ में 135 गजराज की जान जा चुकी है.

जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ क्षेत्र में लंबे समय से हाथियों ने आतंक मचा रखा है. आदिवासी अंचल धरमजयगढ़ क्षेत्र में जंगली हाथी की मौत पहले भी हो चुकी है. इससे पहले भी कई बार ग्रामीणों के बिछाए गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से जंगली हाथियों की मौत हो चुकी है. वन विभाग ने कई दफा आरोपियों पर कार्रवाई भी की है.

करंट की चपेट में आने से हाथी की मौत

धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज के बनहर बीट में मंगलवार की सुबह एक जंगली हाथी का शव मिला है. घटना की सूचना मिलने के बाद वन अमला मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है. संभावना जताई जा रही है कि हाथी की मौत करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से हुई है. पिछले कई दिनों से इस क्षेत्र में 10-12 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण होगा स्पष्ट
इस मामले में धरमजयगढ़ उप वन मण्डल अधिकारी बीएस सरोटे का कहना है कि एक हाथी की मौत छाल रेंज के बनहर में हुई है. प्रथम दृष्टया मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बता पाऊंगा.