छत्तीसगढ़ में प्राइवेट स्कूलों के फीस निर्धारण करने के लिए राज्य सरकार ने एक समिति गठित,उचित मापदंडों को देखते हुए निजी स्कूलों के फीस का निर्धारण करेगी,समिति में अभिभावक, शिक्षाविद और स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोग शामिल होगे

रायपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना:-  प्रदेश में लंबे समय से लगातार अभिभावकों की शिकायत रही है कि निजी स्कूल फीस के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं, जिस पर रोक लगाने की मांग कई बार की जा चुकी है. बीते सत्र से ही ये बात चल रही थी कि जल्द ही निजी स्कूलों की फीस वसूली की प्रक्रिया पर लगाम लगाया जाएगा. इसे लेकर अब राज्य सरकार ने नई पहल की है, जिसके तहत एक समिति गठित की गई है, जो इन स्कूलों में फीस लेने के मानदंड को तय करेगी.

इस समिति में अभिभावक, शिक्षाविद और स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोग शामिल रहेंगे. अगर अभिभावक और स्कूल प्रबंधन के बीच किसी बात को लेकर दिक्कत होती है, तो एक और कमेटी बनाई जाएगी. जिसमें कलेक्टर भी शामिल होंगे.

मापदंडों को देखते हुए फीस का निर्धारण

शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने बताया कि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गई है और यह फैसला लिया गया है कि एक समिति गठित की जाएगी, जो सभी मापदंडों को देखते हुए फीस का निर्धारण करेगी.

बता दें कि 15 जून को निजी स्कूलों की फीस निर्धारित करने के लिए मंत्रिपरिषद की उप समिति ने स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में बैठक की थी, जहां लोगों से मिले सुझावों पर फीस को लेकर कई पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया था.

रणनीति बनाने के निर्देश

स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने फीस विनियमन के प्रारूप की विभिन्न धाराओं पर लोगों से मिले 1288 सुझावों की जानकारी दी थी. अधिकारियों को निजी स्कूल की फीस तय करने के लिए लोगों से मिले हुए सुझावों पर विचार कर रणनीति बनाने के लिए निर्देशित किया गया. जिसे एक सप्ताह के अंदर समिति के समक्ष प्रस्तुत किए जाने को कहा गया था. जिसके बाद अब इस मामले को लेकर समिति का गठन कर दिया गयै है.