बलरामपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- सरगुजा संभाग का बलरामपुर जिला महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है. लगातार जिले में दुष्कर्म की शिकायतें सामने आ रही हैं. राजपुर थाने के बगाडी गांव में दुष्कर्म की वारदात ने पूरे जिले को शर्मसार कर दिया है. 20 नवंबर को एक नाबालिग घर से निकल गई, जिसके बाद परिजन की रिपोर्ट पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की. नाबालिग जब पुलिस को मिली, तो उसने जो बताया वो हैरान कर देने वाला था. नाबालिग ने पुलिस को बयान दिया है कि पिछले 13 दिनों में 8 लड़कों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है. पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
8 लोगों ने नाबालिग से किया रेप
बगाडी गांव से 20 नवंबर को एक नाबालिग के गुमशुदा होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई थी. पुलिस टीम बनाकर नाबालिग की तलाश में जुट गई. अंबिकापुर से नाबालिग के मिलने की खबर पुलिस को मिली, इसके बाद टीम उसे सरगुजा लेने पहुंची, जहां नाबालिग ने अपनी आपबीती सुनाई. नाबालिग ने कहा कि पिछले 13 दिनों में 8 लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है. जिनमें से उसने 2 लोगों के नाम पुलिस को बताए. पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर तत्काल 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
वारदात के बाद घर नहीं लौट रही थी नाबालिग
पुलिस के मुताबिक, नाबालिग अंबिकापुर में अपनी सहेली के साथ थी. दुष्कर्म की वारदात के बाद वह बहुत डरी हुई थी और इसी वजह से घर नहीं लौट रही थी. पीड़िता ने बताया कि वह अन्य आरोपियों के नाम नहीं जानती है. केवल 2 लोगों के नाम ही जानती है.
पिछले 3 महीनों में बलरामपुर में हुई रेप की वारदात-
16 अक्टूबर
वाड्रफनगर में 16 साल की नाबालिग दुष्कर्म की शिकार हुई. 16 साल की नाबालिग को आरोपी ने फोन करके अपने पास बुलाया और उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता अपने साथ हुए इस घिनौनी हरकत को नहीं सह पाई और उसने अपने परिजनों को बिना बताए जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जहर खाने के बाद परिजनों को पता चला, तो उन्होंने तत्काल उसे स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.
15 अक्टूबर
15 अक्टूबर को भी रेप की घटना को अंजाम दिया गया. यहां सुबह एक युवती अपनी सहेली के घर गई थी. सहेली के घर से कुछ दूरी पर एक युवक पीड़िता को जबरदस्ती अपने साथ एक सुनसान मकान में ले गया. उसे जान से मारने की धमकी दी और दुष्कर्म की वरदात को अंजाम दिया. काफी देर तक बेटी के घर वापस न लौटने से परेशान मां उसे ढूंढते हुए उस मकान में पहुंची, जहां बेटी बेहोश थी. मां ने उसे उठाया और अपने साथ घर ले गई. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने बलरामपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है.
13 अक्टूबर
वाड्रफनगर में पांच साल की मासूम के साथ दुष्कर्म हुआ. पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने 14 साल के नाबालिग लड़के को गिरफ्तार किया. पिता के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाला नाबालिग मछली पकड़ने के बहाने उसकी बेटी को लेकर गया था. बच्ची ने घटना की जानकारी अपने परिवार को दी.
3 अक्टूबर
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर पुलिस चौकी अंतर्गत 14 वर्षीय नाबालिग के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी. जिसमें पीड़िता के पिता और पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. दरअसल, पीड़ित नाबालिग मिट्टी लेने के लिए जंगल गई हुई थी, उसी दौरान दोनों आरोपियों ने उसका रास्ता रोककर जबरदस्ती मारपीट की और उसके साथ बलात्कार किया और नाबालिग को नशे की गोली खिलाकर फरार हो गए.
इस घटना ने उस वक्त तूल पकड़ लिया, जब नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान दुष्कर्म की वारदात को एक छोटी घटना बता दिया. मंत्री से जब बलरामपुर में किशोरी के साथ दुष्कर्म मामले पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि ये छोटी घटना है. इसके बाद वे अपने बयान पर सफाई देते हुए भी नजर आए.
19 सितंबर
जिले के शंकरगढ़ थाना इलाके में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई. यहां अधेड़ ने 6 साल की बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया है. घटना के बाद से बच्ची सदमे में चली गई है. वहीं परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने शराब के नशे में घटना को अंजाम दिया था.
22 सितंबर
जिले के बरियो पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिधमा से एक नाबालिग के अपहरण के केस में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से नाबालिग को भी बरामद किया. वो दो दिन पहले गांव की नाबालिग को रात में अगवा कर अपने साथ ले गया. सुबह जब परिजनों ने देखा तो उनकी बेटी घर से गायब थी. उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस की टीम तत्काल केशवपुर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.