ग्राम झांझ के आदिवासी परिवारों ने शराब मुक्त बनाने को ठानी उप पुलिस थाना में शराब बनाने वाले के ऊपर कार्यवाही करने की मांग महिला समूह ने की

कोरबा (सेंटर छत्तीसगढ़) विनोद उपाध्याय:- कोरबा जिला व पाली ब्लाक के अंतिम छोर में बहुमूल्य आदिवासी परिवार निवास रहते हैं जो उपपुलिस थाना हरदी बाजार अंतर्गत ग्राम पंचायत कासियाडीह के आश्रित ग्राम झांझ है यहां की आदिवासी महिला एवं सरपंच पंच ने एक संकल्प लिया है कि अपने ग्राम को शराब मुक्त बनाएंगे जिसके लिए महिला समूह ने ग्राम सरपंच चंद्रिका प्रसाद उइके के साथ ग्राम झाझ में अवैध रूप से महुआ शराब बनाकर पी रहे है और बाहर बेच रहे हैं, उसे बंद कराने के लिए हरदी बाजार उप पुलिस थाना पहुंचकर निरीक्षक अभय सिंह बैंस को सूचना दिए हैं कि ग्राम झांझ में जितने भी शराब बना रहे हैं व बेच रहे हैं ऐसे लोगों की ऊपर सख्त कार्यवाही करने की मांग किये हैं इस दौरान उपस्थित ग्राम के सरपंच चंद्रिका प्रसाद उइके सहित महिला समूह में रंजीत बाई, पीली बाई, उर्मिला बाई, फुल कुवर ,गौरी बाई, मोगरा बाई, राजन बाई, जानकीबाई, सुंदर बाई, श्याम बाई, अन्नपूर्णा, आरती श्याम, सोनी बाई, विमला बाई, जमुना बाई, ओम बाई, महेश्वरी बाई, गंगाबाई, बृजलाल ,कमलेश जगत, सहित ग्रामीणों ने आकर हरदी बाजार उप पुलिस थाना में ज्ञापन दिए हैं ,जिसमें लिखा है कि ग्राम झांझ में बहुमूल्य आदिवासीयो से भरा बस्ती है, जहां 33 परसेंट लोग शराब बनाते हैं और बाहर बिक्री भी करते हैं जिस कारण गांव के छोटे बड़े बच्चे बूढ़े सियान नशे की आदी होते जा रहे हैं कई प्रकार की वाद विवाद गांव में हो रही है ऐसे होने वाली समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत सरपंच चंद्रिका प्रसाद उइके सहित महिलाओं ने आकर ज्ञापन सौंपा है ऐसे तो ग्राम पंचायत कासियाडीह वर्षों से शराब मुक्त गांव है इस गांव में बहुमूल्य आदिवासी परिवार से भरा हुआ बस्ती है और जिले के लास्ट छोर में बसने वाली ग्राम पंचायत है फिर भी वहां के आदिवासी परिवारों ने संकल्प लीये हैं कि अपने ग्राम को शराब मुक्त बनाएंगे, इसी तरह आश्रित ग्राम झांझ को भी शराब मुक्त बनाने की संकल्प महिला समूह सहित सरपंच पंचों ने ठानी है इस और जिला प्रशासन पुलिस अधीक्षक को भी निवेदन किए हैं कि इस कार्य में सहभागिता निभाते हुए ग्राम झांझ को शराब मुक्त बनाएं ।।