खुड़मुड़ा हत्याकांड:बेटा निकाला मास्टरमाइंड,चार आरोपी गिरफ्तार,जमीन विवाद बनी वज़ह..


दुर्ग(सेंट्रल छत्तीसगढ़):
 छत्तीसगढ़ के चर्चित खुड़मुड़ा हत्याकांड का दुर्ग पुलिस ने खुलासा किया है. 89 दिनों के बाद इस केस में पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने इस हत्याकांड के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक बालाराम सोनकर का बड़ा बेटा गंगाराम है. पुलिस ने गंगाराम को पूरे कांड का मास्टरमाइंड बताया है. गंगाराम ने अपने दोस्त योगेश सोनकर, रिश्तेदार रोहित सोनकर और पड़ोसी नरेश सोनकर के साथ मिलकर पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक पूरे हत्याकांड का कारण जमीन विवाद था.

खुड़मुड़ा हत्याकांड का खुलासा

दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा और एसपी प्रशांत ठाकुर ने संयुक्त रूप से बताया कि गंगाराम सोनकर के पास सवा एकड़ खेत था. खेत में जाने के लिए अपने पिता की जमीन से होकर उसे जाना पड़ता था. गंगाराम सोनकर ने कई बार अपनी मां दुलारी बाई से रास्ते के लिए जमीन मांगी थी. लेकिन उसका भाई रोहित लगातार इसका विरोध कर रहा था. इसे लेकर गंगाराम का अपनी मां और भाई से विवाद भी होता था.

पहले भी दे चुका था धमकी

आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि आरोपी गंगाराम जमीन के लिए अपनी मां और भाई के साथ अक्सर विवाद करता था. पहले भी वह उन्हें मारने की धमकी दे चुका था. घटना वाले दिन गंगाराम ने पूरी प्लानिंग कर अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसी के साथ घटना को अंजाम दिया. इस मामले में पुलिस ने गंगाराम सोनकर, योगेश सोनकर, नरेश सोनकर, रोहित सोनकर उर्फ मौसा को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने कराया था वैज्ञानिक परीक्षण

घटनास्थल पर जांच के दौरान फॉरेंसिक टीम ने भौतिक साक्ष्य संकलित किए थे. घटनास्थल की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई थी. विवेचना टीम ने वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों का बारीकी से परीक्षण किया. विवेचना के दौरान घटना के मूल कारणों में पारिवारिक जमीन संबंधी विवाद सामने आए. इसके आधार पर संदेही और अन्य का वैज्ञानिक परीक्षण गांधीनगर केंद्रीय फॉरेंसिक लैब से कराया गया. परीक्षण के पश्चात महत्वपूर्ण तथ्य सामने निकल कर आए. इन बिंदुओं को विवेचना का आधार बनाते हुए पूछताछ की गई.

दिसंबर 2020 की घटना

दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र में 21 दिसंबर 2020 को खुड़मुड़ा गांव के एक सोनकर परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी. इसमें परिवार के मुखिया बालाराम सोनकर, पत्नी दुलारी बाई, बेटा रोहित सोनकर और बहू कीर्तिन सोनकर की शामिल थी. वहीं रोहित का 14 वर्षीय बेटा दुर्गेश भी जख्मी हुआ था. एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की खबर से प्रदेश में सनसनी फैल गई थी. हालांकि पुलिस ने 89 दिन बाद मामला का खुलासा किया.