कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) पसान : पसान तहसील कार्यालय में पदस्थ पटवारी दामोदर तिवारी द्वारा नामांतरण करने के लिये एक गरीब महिला मुन्नी बाई से 20 हज़ार रुपये रिश्वत के तौर पर मांग की गई थी। इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशन किया गया था। इस मामले पर पोंडी उपरोड़ा SDM ने जांच टीम गठित की और सारे तथ्य सही पाए गए । आज SDM ने पटवारी दामोदर प्रसाद तिवारी को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया।
बता दें की मुन्नी बाई वर्तमान पटवारी दामोदर तिवारी जोकि कोरबा से पसान आना जाना करते हैं। उन्होंने नामांतरण करने के एवज में मुन्नी बाई से 20 हज़ार रुपये की मांग की है। इसके पूर्व के पटवारी विजय प्रताप सिंह ने मुन्नी बाई से 3 हज़ार रुपये लिए थे लेकिन उनके द्वारा भी मुन्नी बाई को केवल तहसील कार्यालय के चक्कर ही कटवाया गया। लेकिन आज तक मुन्नी बाई का खेत का ऑनलाइन नामांतरण नही हो पाया है। मुन्नी बाई का कहना है कि वे एक गरीब परिवार से है और दूसरे के घर में झाड़ू पोछा लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करती है। वे इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नही कर सकती है।
पसान तहसील के अंतर्गत मुन्नी बाई जैसे और भी लोगों ने बताया था की उनके द्वारा जमीन संबंधी किसी काम के लिए पटवारी दामोदर तिवारी के पास जाते है तो उनसे 10 हज़ार से 20 हज़ार तक कि मांग की जाती है। उन्होंने बताया की क्षेत्र की जनता ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वनांचल क्षेत्र होने की वजह से यहां के किसान दूर दूर से आते हैं और इस तरह के भ्रष्ट अधिकारियों के अड़ियल रवैए का शिकार होते हैं। इस तरह की कार्यवाही से ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को सबक लेने की जरूरत है। जिससे लोगों को अपने कार्य के लिए दफ्तर का चक्कर न काटना पड़े।