जगदलपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़): शहर में कोरोना संक्रमित की मौत के बाद उसके शव को मुक्तिधाम में दफनाने पर विरोध खड़ा हो गया. वार्ड के लोगों ने शव को कहीं और दफनाए जाने की मांग को लेकर 2 घंटे तक चक्काजाम कर दिया. डिप्टी कलेक्टर की समझाइश पर लोगों ने शव को दफानाने की इजाजत देते हुए रास्ता खोल दिया.
जगदलपुर के मदर टेरेसा वार्ड में 2 दिन पहले एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई थी. नगर निगम की टीम शव को दफनाने के लिए प्रवीण वार्ड के मुक्तिधाम लेकर जा रही थी. इस बात की भनक वार्ड के लोगों को लग गई और शव को वहां दफनाए जाने का विरोध करते हुए उन्होंने चक्काजाम कर दिया. इस बात की सूचना मिलते ही डिप्टी कलेक्टर मौके पर पहुंचे. हंगामे की सूचना मिलते ही वहां पुलिस की टीम और वार्ड पार्षद पहुंचे और 2 घंटे तक वार्डवासियों को समझाने की कोशिश की गई. डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि वार्डवासियों को भरोसा दिलाया गया है कि मुक्तिधाम के अंदर कोरोना संक्रमित मरीजों को अलग से दफनाया जा रहा है. इसके लिए निगम की टीम फेंसिंग भी कर रही है.
मुक्तिधाम जगदलपुर
जमीन तलाश रही है सरकार
डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन की टीम कोरोना संक्रमण से मौत होने के बाद शव को दफनाने के लिए लगातार जमीन तलाश रही है. जल्द ही प्रशासन शवों को दफनाने के लिए जगह चयनित कर लेगा. डिप्टी कलेक्टर के समझाने के बाद वार्डवासियों ने नियमों का पालन करते हुए हंगामा खत्म किया और शव को दफनाया गया.
पहले भी वार्ड के लोग कर चुके हैं हंगामा
इससे पहले भी कोरोना संक्रमित मरीज के शव को इस मुक्तिधाम में दफनाया गया था. वार्डवासियों ने बताया कि वार्ड में इसके पहले भी बिना जानकारी के शव को दफना दिया गया था. इसकी शिकायत वार्डवासियों ने मौखिक रूप से की थी. अब वार्ड की जमीन पर शव दफनाने से लोग डरे हुए हैं. वही डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि इस तरह का विरोध प्रशासन को झेलना न पड़े, इसके लिए जल्द ही प्रशासन जमीन की तलाश कर लेगा, जहां नियमानुसार शव को दफनाने या जलाने का काम किया जाएगा.