रायपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) पुष्पेंद्र साहू:– छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं. वहीं कोरोना जांच में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. केस बलौदाबाजार के सिविल सर्जन की कोरोना टेस्ट का है, एम्स से आई रिपोर्ट में सिविल सर्जन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वही आज लालपुर में जब सिविल सर्जन ने जांच करवाई तो उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. बलौदाबाजार के सिविल सर्जन ने ETV भारत को बताया कि जिला अस्पताल में 12 जून को सर्दी जुखाम और बुखार का 1 मरीज को पलारी से जिला अस्पताल लाया गया था, मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था और 12 जून को उस मरीज का सैंपल लिया गया, जिसे जांच के लिए रायपुर एम्स में भेजा गया था.
कोरोना टेस्ट में गड़बड़ी
इसकी रिपोर्ट 15 तारीख को प्राप्त हुई जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकला. क्योंकि जांच के लिए सैम्पल खुद सिविल सर्जन ने लिया था इसलिए प्राइमरी सस्पेक्ट के रूप में सिविल सर्जन और अस्पताल के स्टाफ का आरटी पीसीआर सैंपल 16 और 17 तारीख को रायपुर एम्स भेजा गया. 19 तारीख तक एम्स से रिपोर्ट नहीं आने पर दोबारा सैंपल लेकर रायपुर के अंबेडकर अस्पताल भेजा गया.
कोरोना टेस्ट में गड़बड़ी
रिपोर्ट आई निगेटिवकोरोना टेस्ट में गड़बड़ी
20 जून को एम्स की रिपोर्ट और अम्बेडकर अस्पताल की रिपोर्ट प्राप्त हुई. जिसमें दोनों सैंपल नेगेटिव पाए गए, लेकिन 21 तारीख को 5 बजे एम्स ने रिवाइज रिपोर्ट जारी की जिसमें रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई. जिसके बाद 2 सैंपल निगेटिव और 1 सैंपल पॉजिटिव को देखते हुए कन्फ्यूजन हो गया, इसलिए सिविल सर्जन ने 22 जून की सुबह बलौदाबाजार के लालपुर कोविड-19 सेंटर में अपना सैंपल जांच के लिए दिया, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.
15 दिन के होम क्वॉरेंटाइन में सिविल सर्जन
सिविल सर्जन ने बताया कि उन्हें किसी प्रकार से कोरोना से संबंधित लक्षण नहीं है और जांच के दौरान रिपोर्ट निगेटिव आई है. फिलहाल वे 15 दिन के होम क्वॉरेंटाइन में है.