कोरोना को लेकर कितनी सुरक्षित है छत्तीसगढ़ बॉर्डर.

रायपुर ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) :–  छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कई विशेष कदम उठाये हैं. इसके तहत प्रदेश के लगभग आधे से ज्यादा जिलों में धारा 144 लागू कर दिया गया है. इन सबके बीच दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को भी 7 दिनों के लिए क्वारेंटइन रहने के निर्देश दिए गए हैं. मध्यप्रदेश की सीमा से सटे गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के कलेक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना गाइडलाइन को सख्ती से लागू कराया जा रहा है. दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की जांच के साथ क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ के बॉर्डर पर चेकिंग

इधर, ओडिशा की सीमा से लगे महासमुंद जिले में भी कोरोना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. यहां भी प्रशासन ने पूरे जिले में 144 धारा लागू कर दिया है. प्रशासन ने जिले में 12 चेक पोस्ट बनाये हैं, जो ओडिशा से जोड़ते हैं. आने-जाने वालों का थर्मल स्कैनिंग की जा रही है. शहर के अंदर बिना मास्क पहने लोगों की जांच और उनपर चालानी कार्रवाई की जा रही है. सीमा पर तैनात कोरोना वारियर्स ने बताया कि पड़ोसी राज्य से आने-जाने वाले लोगों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है. जिनके शरीर का तापमान ज्यादा होता है, उनका एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है.

महासमुंद में अबतक 153 लोगों की जा चुकी है जान

महासमुंद जिले में मिले कोरोना पॉजिटिव केस की बात करें तो, जिले में अबतक 9885 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसमें 9406 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. वर्तमान में 178 कोरोना से संक्रमित हैं. महासमुंद में अबतक 153 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है.

महाराष्ट्र से बेधड़क छत्तीसगढ़ आ रहे हैं लोग

महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना के संक्रमक को देखते हुए बीजापुर जिले के भोपालपटनम के पास तिमेड महाराष्ट्र बॉर्डर और तारालगुड़ा के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश बार्डर पर विशेष जांच के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि इस मार्ग से अभी भी बड़ी संख्या में लोगों जा आना जाना जारी है.

आने-जाने वालों का लिया जा रहा है नाम और पता

सीमा के छोर पर टीम को तैनात किया गया है. हालांकि इस दौरान थोड़ी लापरवाही भी देखी गई है. कभी थर्मल स्कैनिंग की जा रही है, तो कभी लोगों को बिना कुछ पूछे ही आने-जाने दिया जा रहा है. हालांकि सीमा पर तैनात कर्मचारी सब ठीक होने की बात कह रहे हैं. जिम्मेदार बताते हैं, सीमा पर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को तैनात किया गया है. सभी का थर्मल स्क्रीनिंग किया जा रहा है. इसके अलावा राहगीरों से एक रजिस्टर में उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर भी लिया जा रहा है. इन सबसे बीच कुछ लोगों का तर्क है कि बीजापुर जिले के लोगों का महाराष्ट्र-तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से बेटी-रोटी का नाता है. जिसके कारण न चाहते हुए भी उनका आना-जाना लगा रहता है.