गौरेला पेड्रा मरवाही(सेंट्रल छत्तीसगढ़)प्रयास कैवर्त:- जिला जीपीएम मे वैश्विक महामारी कोरोना आपदा के द्वितीय लहर ने कोहराम मचा रहा, जिला जीपीएम मे कोरोना के बढ़ते संक्रमण चिंता सबब बना हुआ है, आम जनता के जीवन को बचाने के लिए जिला प्रशासन का पूरा अमला जुटा हुआ है, जन स्वास्थ्य की प्रतिपूर्ति के लिए 24 घंटे डॉक्टर पुलिस के जवान सफाई कर्मचारी जहां अपनी सेवा दे रहे हैं, वही मरवाही थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम लोहारी में मन को झकझोर कर देने वाली एक तस्वीर निकल कर सामने आ रही है, कहते हैं जो दूसरों के लिए जीता है जो दूसरों के लिए मरता है उसका कर्म रामायण और गीता है, ऐसी ही जीवंत उदाहरण देखने को मिल रही है, जिसमें एक पुलिस का सिपाही अपनी जान को जोखिम में डालकर एक बुजुर्ग महिला हर संभव मदद करते हुए नजर आ रहा है,
बता दे घटना लोहारी ग्राम के नवटोला की गरीब लचार बुजुर्ग महिला जुमिया बाई 65वर्षीय की है, जो कोरोना संक्रमित पाई गई थी ईलाज इलाज की उचित व्यवस्था न होने के कारण बुजुर्ग महिला को डोगारिया भेज दिया गया इलाज के 5 दिन बाद घर पर ही बाकी इलाज के लिए भेज दिया गया, पर घरवाले उसे खंडार पर ही मरने के लिए छोड़ दिए, जिसकी जानकारी मरवाही थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी को सोशल साइट के माध्यम से गरीब लाचार बुजुर्ग महिला जुमिया बाई में जानकारी प्राप्त हुई, जिसका संज्ञान लेते ही मरवाही थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी ने आरक्षक सतपूरन जांगड़े को भेजा गया,आरक्षक सरपंच के साथ वहां पहुंचकर घर वालों को समझाया लेकिन कोई उस महिला के पास आने को तैयार नहीं था, तब बुजुर्ग गरीब लाचार महिला जुमिया बाई के पास मरवाही के जाबाज सिपाही सतपूरन जांगड़े डर को एक किनारे रख कर मानवता और दरियादिली की ऐसी मिसाल कायम करते हुए उस बुजुर्ग महिला को उसके घर तक पहुंचा कर उसे कौन से समय में क्या दवाई खाना है समझाते हुए बुजुर्ग महिला की खाने पीने की उचित व्यवस्था किये, जिसको देखकर लोग जांबाज सिपाही सतपूरन जांगड़े के इस नेक कार्य को सोशल साइट में वायरल कर रहे हैं,
साथ ही मरवाही जाबाज सिपाही सतपूरन जांगड़े ने जनमानस से कहा कि कोरोना के इस दौर मे इंसानियत सबसे बड़ी जरूरत है, वैश्विक आपदा कोरोना से जंग जीतने के लिए हम सब को अंदर से बहुत मजबूत होना पड़ेगा, हम सभी एक दूसरे का साथ देकर ही एक दूसरे का मनोबल बढ़ा कर ही हम इस पर विजय पा सकते हैं,
मरवाही थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी ने जांबाज सिपाही सतपूरन जांगड़े के वीरता और धीरता का संबोधन करते हुए कहा कि ऐसे पुलिसकर्मियों को मेरा दिल से धन्यवाद, जो जान हथेली में रखकर लोगों की सेवा 24 घंटे कर रहे हैं, संकट के इस दौर पर लोगों के सुरक्षा की प्रतिपूर्ति के लिए बिना अपनी परवाह किए बगैर जनमानस की सेवा करने वाले बिल्कुल प्रशंसनीय के पात्र है,
गौरतलब है कि मरवाही पुलिस आए दिन किसी न किसी जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करते रहते हैं,
बता दे कोरोना वारियर्स के तौर पर मरवाही के सिपाही सतपूरन जांगड़े को बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी के द्वारा कोरोनाकाल मे वारियर्स के तौर पर काम करने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है, कोरोना से जनमानस की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए मरवाही थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी एवं उनके जांबाज सिपाहियों के द्वारा लगातार पूरी सक्रियता के साथ जो जनमानस की सुरक्षात्मक उपाय बरत रहे हैं,उसका बेहतर प्रतिसाद देखने को मिल रहा है, मसीहा बनकर मानवता की रक्षा के लिए मरवाही पुलिस के इस नेक पहल यही संदेश देती है कि इंसानियत से बढ़कर कोई कर्म नहीं हो सकता, किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं पराया दर्द जो समझे उसे इंसान कहते हैं,