कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना:-कोरोना महामारी वैक्सीन आने के बाद अपने अंतिम दौर में है बीते समय में कई संस्थाओं और संगठनों ने अनेक तरह की सेवाएं की हैं जो मानवीय दृष्टि से सराहनीय हैं इसी क्रम में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने विश्व भर में कई प्रोजेक्ट चलाएं हैं जिसमें पाली परिवार ने राशन वितरण, भोजन वितरण एवं रक्तदान शिविर आयोजित कर मानवीय कार्य किया है । इसके अतिरिक्त आर्ट ऑफ लिविंग परिवार पाली ने प्रतिदिन की योगासन ध्यान की सेवा की जिससे अनेकों लोगों ने मानसिक रूप से तृप्ति महसूस की जहां लोग महामारी के इस काल की वजह से भय निराशा जैसी समस्याओं को झेल रहे थे इन सब से निपटने के लिए नियमित योग ध्यान का ऑनलाइन लाभ आर्ट ऑफ लिविंग के द्वारा कराया गया जो पिछले 8 माह से अनवरत जारी है इसके अभ्यास से साधकों ने शांति का अनुभव भी किया स्थानीय स्तर पर नियमित योग अभ्यास के लिए आर्ट ऑफ लिविंग टीचर एवं वॉलिंटियर द्वारा लोगों को प्रेरित भी किया जाता हैं योगाभ्यास के इस कार्यक्रम में मोबाइल द्वारा साधक अपने घर पर बैठकर ही लाभान्वित हुए हैं इस संस्था के संस्थापक श्री रविशंकर से प्रेरणा से बिलासपुर के प्रितपाल सिंह महेंद्र गुप्ता नीति मिश्रा एवं पाली से संतोष भावनानी कार्य कर रहे हैं ताकि लोग मानसिक रूप से मजबूत रहें ।