कोरिया: अतिरिक्त आय का साधन बनी गोधन न्याय योजना, लाभार्थियों ने सीएम बघेल का जताया आभार..

कोरिया (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं. किसानों और पशुपालकों को अब इस योजना से लाभ मिलने लगा है. इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से 2 रुपए किलो की दर से गोबर खरीदी कर रही है, इससे गांव के लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरी है और उन्हें पशुओं को पालने में मदद मिलने लगी है.

सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गौठानों की गतिविधियों में विस्तार किया जा रहा है. गौठानों में गाय और भैंस पालकों से गोबर खरीदा जा रहा है, जिसके एवज में मिलने वाली राशि लोगों के लिए आर्थिक लाभ का जरिया बनी है. जनपद पंचायत सोनहत के ग्राम पंचायत केशगवां की रहने वाली इन्द्रकुंवर ने गोधन न्याय योजना के तहत 1 हजार 86 किलो ग्राम गोबर का विक्रय किया जिसके एवज में उन्हें 2 हजार 172 रुपये मिले. इन्द्रकुंवर ने प्राप्त राशि से वेट मशीन खरीदी. वहीं ग्राम पंचायत सुंदरपुर के पशुपालक किसान महेश्वर ने गौठान में 1 हजार 197 किलो ग्राम गोबर विक्रय कर 2 हजार 394 रुपये प्राप्त किए है. महेश्वर ने इन रुपयों से घर के काम में उपयोग होने वाली सामग्री खरीदी है.इसी तरह लोगों को फायदा मिल रहा है. गोबर बेचकर लोग जीवन यापन कर रहे हैं.

अतिरिक्त आय का साधन बनी गोधन न्याय योजना

1 सितंबर से 15 सितंबर तक जिले में 4021 गोबर विक्रताओं से 21606.40 क्विंटल गोबर खरीदी की गई है. साथ ही 43 लाख 21 हजार 280 रुपये की राशि विक्रताओं के बैंक खाते में भुगतान की गई है. लाभार्थियों का कहना है कि सरकार की गोधन न्याय योजना उनके लिए अतिरिक्त आय का साधन बनी है. उन्होंने सीएम भूपेश बघेल को आभार देते हुए कहा कि इस योजना से उन जैसे हजारों किसानों की जरूरतें पुरी होगी. इसके साथ ही उन्होंने कोरिया में गोधन न्याय योजना का बेहतर संचालन करने के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया.

गोबर खरीदी और भुगतान में टॉप 5 पर कोरिया

छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना का बेहतर संचालन किया जा रहा है. जिसका कोरिया जिला प्रमाण है. गोबर खरीदी और भुगतान में प्रदेश के टॉप 5 जिलों में शामिल हो गया है. वहीं सरगुजा संभाग प्रथम स्थान पर है. छत्तीसगढ़ के 5 टॉप जिले में राजनांदगांव, रायगढ़, रायपुर, धमतरी और कोरिया शामिल हैं. गोधन न्याय योजना के तहत चौथी किश्त में जिले में 4021 गोबर विक्रताओं से 21606.40 क्विंटल गोबर खरीदी की गई है. इसके एवज में 43 लाख 21 हजार 280 रुपये की राशि विक्रताओं के बैंक खाते में भुगतान की गई है.