कोरबा/कटघोरा 31 जुलाई 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा जिला को प्रदेश में ऊर्जा नगरी का तमगा हासिल है। लेकिन यही ऊर्जा नगरी के उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा नगर में बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित रहती है। विद्युत आपूर्ति के मामले में बिजली विभाग पूरी तरह विफल साबित हो रहा है। दो दिनों से कटघोरा नगर में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। ऐसा नही की यह समस्या दो दिनों से निर्मित हो बल्कि आय दिन घण्टों बिजली गुल होने की समस्या यहां बनी रहती है।
बतादें की कटघोरा नगर में रविवार की शाम को बिजली गुल हुई तो रात भर बिजली का आना जाना लगा ही रहा। आधी रात लगभग 2 बजे के बाद विद्युत आपूर्ति बहाल तो हुई। लेकिन सोमवार को दिन भर घण्टों बिजली गुल रही। सबसे बड़ी बात की जब विद्युत विभाग के सब स्टेशन में फोन लगाने पर कोई भी फोन रिसीव नही करता। जानकारी मिली कि टाउन 1 व टाउन 2 का ट्रांसफॉर्मर जल गया है। इस लिए यह समस्या निर्मित हो रही है।
कटघोरा नगर के विद्युत विभाग में अधिकारियों का आना जाना लगा हुआ है। आम जनता अपनी समस्या की फरियाद किस अधिकारी को जाकर बताए यह आम लोगों को भी मालूम नहीं। बिजली विभाग द्वारा मेन्टेनेन्स के नाम पर घण्टों बिजली कटौती की जाती है लेकिन मेन्टेनेन्स क्या करती है यह कहना मुश्किल है। लेकिन इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी रहती है।
CM भपेश बघेल द्वारा 24 घण्टे सरप्लस बिजली देने का का दावा झूठा.
बतादें की 29 जुलाई को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जिले के दौरे पर पहुंचे थे। CM बघेल ने कोरबा जिले में 1320 मेगावाट की यूनिट का शिलान्यास कर जिले को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री भपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में दम भरते हुए दावा किया कि छत्तीसगढ़ में 24 घण्टे सरप्लस विद्युत आपूर्ति की जा रही है। राज्य सरकार ने बिजली बिल भी आधा कर ग्राहकों को छूट दे रही है। लेकिन मुख्यमंत्री का यह दावा विद्युत उत्पादन में अग्रणी जिले में झूठा साबित हो रहा है। यहां तो यह कहावत “दिया तले अंधेरा” बिल्कुल सही साबित हो रही है। कटघोरा वासियों में बिजली गुल की समस्या को लेकर काफी नाराज़गी है। लोगों का कहना कि छत्तीसगढ़ सरकार बिजली बिल आधा नही किया है बल्कि पूरी बिजली ही आधे से कम कर दी है।
निश्चित तौर पर जिले में बिजली समस्या को लेकर आम जनता में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। अभी विधानसभा चुनाव नजदीक है। आम जनता में बिजली समस्या को लेकर आगामी चुनाव में रुख अपनाता है यह कहना मुश्किल है।