कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के द्वारा 15 अगस्त 2022 को मालगाड़ियों के 296 वैगन, 6 इंजन और रैक जोड़कर 3.50 किलोमीटर लंबी 25962 टन वजनी मालगाड़ी चलाकर कोयला लदान का कीर्तिमान गढ़ा जिसका नाम सुपर वासुकी रखा गया।
कोयला लदान का रिकार्ड, वाह रेल मंत्री जी वाह !
कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने दिल्ली रवाना होने से पूर्व कोयला लदान के इस कीर्तिमान पर केन्द्रीय रेलमंत्री को आड़े हाथों लिया है। सांसद ने कहा कि जहां एक ओर कोयला लदान का कीर्तिमान गढ़ा जा रहा है तो दूसरी तरफ यात्रियों के लिए सुविधाओं की कटौती हो रही है। रेलवे ने 6 मालगाड़ियों को जोड़कर चलाने का प्रयोग तो किया लेकिन यह राजनांदगांव में फेल हो गई तब अलग-अलग ट्रेन बनाकर नागपुर के लिए रवाना किया गया।
सांसद ने कहा है कि कोरबा ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और इससे लगी सीमाओं पर भी यात्री ट्रेनों को रद्द कर जनता को परेशान किया जा रहा है। कोरबा जिले से चलने वाली यात्री ट्रेनों को कोरोना संक्रमण काल के दौरान बंद किया गया लेकिन इसके बाद इन ट्रेनों को पूरी रह से चालू नहीं किया जा रहा है। कोई न कोई कारण बताकर यात्री सुविधाओं को कम किया जा रहा है जबकि मालगाड़ियों को पार कराने के लिए यात्री गाड़ियों को आउटर पर रोककर परेशानी बढ़ाई जा रही है। कोरबा और छत्तीसगढ़ के यात्रियों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया है कि जब रेल मंत्री और उनका मंत्रालय तथा रेलवे के शीर्ष अधिकारी लगातार मेन्टेनेंस की बात करते है तब ऐसे में रेल हादसे क्यों हो रहे हैं? यात्री सुविधाओं में कमी की जा कर कोयला संकट की बात कहते हुए कोयला की ढुलाई दर ढुलाई कर आखिर कौन सा रहस्य रेल मंत्री छुपाना चाहते हैं? कहीं कोयला ढुलाई के नाम पर घोटाला रचने का खेल तो नहीं खेला जा रहा या फिर जनता के साथ रेलवे और उनका मंत्रालय बार-बार छल करने पर तत्पर है।