कोरबा/कटघोरा 15 सितंबर 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा वन मण्डल में लगातार हांथीयों के उत्पात व जनहानि को मद्देनजर सरगुजा से पहुंचे हाथी विशेषज्ञ प्रभात दुबे की टीम वन कर्मियों को ट्रेनिंग देकर हाथियों को जंगल में रोके रखने के उपाय बता रहे हैं। साथ ही हाथी प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों के जान-माल के नुकसान को रोकने की चुनौतियों का सामना किस तरह से किया जाए, इसकाे लेकर वन कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कटघोरा वनमंडल अंतर्गत डीएफओ कुमार निशांत के मार्गदर्शन में कटघोरा वनमण्डल के केंदई, एतमा नगर, पसान, जड़गा में वर्तमान में हाथी विवरण एवं समस्या को दृष्टिगत रखते हुए एक कटघोरा वन मण्डल कार्यालय में दिवसीय गजराज (हाथी) प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें प्रभात दुबे हाथी एक्सपर्ट सरगुजा के द्वारा कटघोरा वनमण्डल में हाथी संघर्ष को समझना और प्रबंधन पर आधारित प्रशिक्षण में हाथी के प्रकार,छत्तीसगढ़ में हाथी की वर्तमान स्थिति,संख्या, भोजन, हाथीयों की पहचान, उनका जीवनकाल के संबंध में प्रेजेंटेसन पर आधारित प्रशिक्षण देकर विस्तृत जानकारी दिया।
दोपहर बाद सत्र में हाथियों में समाजिक व्यवहार एवं संचार के तहत हाथी के ग्रुप विचरण की क्षेत्रावली, प्रजनन,आवृत्ति, समाज संगठन की जानकारी श्री दुबे जी के द्वारा दिया गया।बाद के सत्र में मानव हाथी संघर्ष के तहत मानव द्वंद्व के कारण,निदान एवं सुरक्षा के विभिन्न उपायों की जानकारी सरल भाषा में दी गई। उक्त एक दिवसीय गजराज (हाथी) प्रशिक्षण कार्यक्रम में डीएफओ कुमार निशांत, कटघोरा एसडीओ संजय त्रिपाठी, एसडीओ पाली चंद्रकांत टिकरिया समस्त रेंज के रेंजर, डिप्युटी रेंजर, वनकर्मचारी, वन अधिकारी, वन प्रबंधन समितियों के अध्यक्ष एवं सदस्य तथा सभी परिक्षेत्र से हाथी मित्र के सदस्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त कर फिल्ड में होने वाले विभिन्न परेशानियों से सवाल जवाब कर समाधान कारक उपाय से रूबरू हुए।
प्रशिक्षण के अंत में परिक्षेत्र अधिकारी एतमा नगर मनीष सिंह द्वारा समस्त प्रशिक्षक, कर्मचारी,समिति अध्यक्ष एवं हाथी मित्रों का धन्यवाद ज्ञापित कर प्रशिक्षण समापन की घोषणा की। गौरतलब है कि कटघोरा वन विभाग द्वारा हाथी मानव द्वंद से बचाने लगातार जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अब वनविभाग द्वारा हांथी प्रभावित गावो में जाकर ग्रामीणों को भी हांथी से बचाव को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, इस प्रशिक्षण से ग्रामीणों में जागरूकता लाई जाएगी।