कोरबा : स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम पहुंचे कटघोरा.. कार्यकर्ताओं से की भेंट.. शिक्षकों की हड़ताल पर प्रभावित हो रही बच्चों की पढाई को लेकर कही ये बात…

कोरबा/कटघोरा 29 अगस्त 2022व( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा मंत्री व प्रभारी मंत्री प्रेमसाय टेकाम का आज कटघोरा आगमन हुआ। इस दौरान वे जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के सचिव पवन शर्मा व जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के जिला समन्यवक आशुतोष शर्मा के निवास पहुंचे। वहां उपस्थित कांग्रेस पार्टी के वरिष्ट कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान पाली तानाखार विधायक व मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मोहितराम केरकेट्टा, राज्य श्रम कल्याण आयोग सदस्य नरेश देवांगन प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। साथ कटघोरा के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष असरफ मेमन, जिला महिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण की अध्यक्ष भावना जायसवाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश शर्मा, डॉ कौशिक, पवन अग्रवाल व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

इस दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश में सरकारी कर्मचारी अधिकारियों के साथ शिक्षक भी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। शिक्षकों को हड़ताल पर नही जाना था, जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। दो वर्ष कोरोना काल की वजह से स्कूल बंद रहे लेकिन अब शिक्षकों की हड़ताल से स्कूल बंद हैं। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान निश्चित ही हो रहा है। कोरोना काल में सरकार ने बाकी राज्यों में 30 प्रतिशत की कटौती की थी लेकिन छत्तीसगढ़ में किसी प्रकार की कोई कटौती नही की गई थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डीए में 6 प्रतिशत बढाने की घोषणा की है। लेकिन मुख्यमंत्री ने ये कभी नहीं कहा कि उनकी मांग पूरी नही की जाएगी, हड़ताल पर जाना कोई उचित निर्णय नहीं है। सीएम इस पर मिलकर बातचीत कर हल निकालने की बात कही है, एक साथ इस पर निर्णय नहीं लिया जा सकता।

सरकारी स्कूलों की होगी मरम्मत, CM भूपेश बघेल ने स्वीकृत किए 500 करोड़ रुपए

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने बताया कि छत्तीसगढ़ में स्कूलों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था कायम करने के बाद प्रदेश सरकार विभिन्न शाला भवनों की मरम्मत करवाने में जुट गई है। सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश के स्कूलों में मरम्मत और रखरखाव के लिए 500 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत किये हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को ‘सभी शालाओं में निर्विघ्न पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए वर्षा ऋतु समाप्त होते ही शाला भवनों की मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। लंबे समय से शाला भवनों की मरम्मत के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान ना होने से मरम्मत का कार्य नहीं हो सका इससे छात्रों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही थी।मुख्यमंत्री बघेल ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि आगामी शालेय सत्र जून 2023 आरंभ होने के पूर्व शालाओं की मरम्मत एवं रखरखाव हेतु कम से कम 500 करोड़ रूपये का प्रावधान किए जाने निर्देशित किया है।