कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) अकित सिंह : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्षदों की कुर्सी खतरे में है। यहां बीजेपी कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए बीजेपी निर्दलीय पार्षद का सहारा ले सकती है।
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद अब कांग्रेस पार्षदों की कुर्सी खतरे में दिख रही है। भाजपा की जीत के साथ नगरीय निकायों में सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। फिलहाल कोरबा जिले में नगर निगम और दीपका नगर पालिका परिषद, कटघोरा नगर पालिका परिषद, तथा पाली नगर पंचायत और छुरी नगर पंचायत में कांग्रेस की सत्ता है। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने के कारण बीजेपी पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं। उनको उम्मीद है निर्दलीय सत्ता के साथ ही रहना चाहेंगे। इसलिए उनको साधना कठिन नहीं है। इसके साथ ही असंतुष्ट कांग्रेस पार्षदों को भी पाले में लाया जा सकता है।
बतादें दीपका नगर पालिका के बाद अब कटघोरा नगर पालिका में अध्यक्ष रतन मित्तल के खिलाफ़ बीजेपी पार्षदों के दल ने 22 दिसम्बर को के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव अनुशरण लाया जाएगा। लेकिन अविश्वास प्रस्ताव की सुगबुगाहट से सत्ताधारी कांग्रेस सतर्क है। भाजपा यहां अविश्वास प्रस्ताव लाए, इसके पहले ही कांग्रेस अपने पार्षदों को जोड़कर रखने में जुट गई है। दूसरी ओर भाजपा के पार्षद सरकार गठन होने का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद वे शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह रहे हैं।