कोरबा : श्रीराम के जयकारों से गूंजा शिव नगरी पाली.. रामनवमी पर निकली भव्य शोभायात्रा..हजारों की संख्या में लोगों की उमड़ी भीड़..

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना : श्री राम नवमी पर्व पर नगर पंचायत पाली में भव्य दिव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया. पूरे नगर को भगवा झंडा, तोरण, कट आउट ,विद्युत झालरों से सुसज्जित किया गया.जलाराम मंदिर से निकली भव्य शोभा यात्रा ने नगर भ्रमण किया. देर शाम को शिव मंदिर चौक पर श्री राम भजन में लोग झूमते नाचते गाते नजर आए. मंदिर परिसर में ही भव्य भंडारा का आयोजन भी देर रात तक अनवरत चलता रहा.


श्रीराम नवमी आयोजन समिति और हिंदू क्रांति सेना के तत्वाधान में आयोजित श्री रामनवमी शोभायात्रा में इस वर्ष उज्जैन का शिव डमरू दल, देव पहरी का झांझ मंजीरा, युवक और युवतियों के लिए अलग-अलग डीजे, कार्टून कैरेक्टर ,भगवान श्री राम की जीवंत झांकी आदि अन्य आकर्षण का केंद्र रहा. नगर के जलाराम मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के साथ दोपहर 4:00 बजे शोभायात्रा आरंभ हुई.

जिसमें पाली नगर ही नहीं आसपास के श्री राम भक्त सैकड़ो की संख्या में शामिल हुए. भगवा पोशाक और भगवा झंडा से समूचा माहौल श्री राम भक्ति में डूबा नजर आया. य़ह शोभायात्रा जलाराम मंदिर से निकलकर,नया बस स्टैंड, टावर मोहल्ला होकर पुनः नया बस स्टैंड,शिव मंदिर चौक,मुख्य मार्ग में गांधी चौक, पुराना बस स्टैंड (नंदलाल हॉटल), महामाया मंदिर रोड़, बाजार मोहल्ला, मादन मोड़ (कुटारे चौक) से पुनः बाजार से अटल चौक की ओर, अटल चौक से पोड़ी चौक होते हुए शिव मंदिर चौक में यात्रा का समापन हुआ. रास्ते में भव्य आतिशबाजी होता रहा. जगह-जगह जलपान की व्यवस्था श्री राम भक्तों की ओर से कराया गया. स्टाल में विविध प्रकार के खाद्य सामग्री, जूस, छाछ, शर्बत, नमकीन ,मिष्ठान ,फल फूल आदि की व्यवस्था किया गया था.चौक चौराहों की आकर्षक सज्जा बस देखते ही बन रही थी. लगभग 5 घंटे की नगर भ्रमण के बाद समापन शिव मंदिर चौक पर हुआ. जहां भगवान श्री राम और भारत माता की विशाल दिव्य प्रतिमाएं स्थापित की गई थी. जहां महा आरती के साथ शोभायात्रा का समापन हुआ. लेकिन भंडारा में प्रसाद और श्रीराम भक्ति भजन गीतों में श्रद्धालु देर रात तक झूमते गाते प्रसाद ग्रहण करते नजर आए. इस आयोजन को सफल बनाने में श्री राम नवमी आयोजन समिति, हिंदू क्रांति सेना सहित विविध संगठन, समाजसेवी ,नागरिक बंधुओं का महत्वपूर्ण योगदान था।