कोरबा : विदेशी झूलों का मज़ा अब कटघोरा के किसान मेले में.. 85 फिट का हवाई झूला व रेंजर जैसे झूले कर रहे लोगों को आकर्षित.. बढ़ रही लोगों की अपार भीड़.

कोरबा/कटघोरा 3 फरवरी 2024 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा का प्रसिद्ध किसान मेला इस समय अपने पूरे खुमार पर है। इस बार इस किसान मेले की सबसे बड़ी खासियत यहां के मेले में लगे झूले है जो मेला घूमने वालों को के लिए रोमांचक लग रहा है। इस वर्ष आयोजकों द्वारा लगाया गया किसान मेला में 85 फिट का हवाई झूला लोगों को खासा आकर्षित कर रहा है। साथ ही रेंजर झूला भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहा है। मौत का कुआ देखने लोगो बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, साथ ही मेले में टोरा टोरा, हवाई झूला, मौत का कुआं, ड्रेगन झूला, बच्चो के लिए आकर्षक रेलगाड़ी, मिनी हवाई झूला भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

बतादें की कटघोरा का प्रसिद्ध किसान मेले को लगते 68 वर्ष हो चुके है। इस किसान मेले का आयोजन 1956 से किया जा रहा है। दिन प्रतिदिन इस मेले का आकर्षण व स्वरूप बढ़ता ही जा रहा हैं। इस वर्ष किसान मेले में झूलों की भरमार है। रात्रि के समय मेले में लगे झूलो की रोशनी सहज ही अपनी ओर आकर्षित करती है। कटघोरा के किसान मेले को देखने कोरबा जिला ही नही बल्कि अन्य पड़ोसी जिलो से भी लोग यहां पहुंचते है।

बड़ी संख्या में पहुंच रहे महिलाएं व बच्चे तथा आसपास के ग्रामीण

26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन से प्रारम्भ किसान मेले दिन प्रतिदिन भीड़ बढ़ती जा रही है। मेले के 6 दिन में बच्चों और महिलाओं ने झूले का आनंद उठाया और श्रृंगार के सामान भी खरीदे। कटघोरा पुलिस द्वारा नगर के किसान मेले के भीतर वाहनों के प्रवेश को पूर्णतयः बन्द करा दिया है। चार भागों में बंटे मेला क्षेत्र में नगर पालिका व मेला आयोजन समिति ने अलग-अलग व्यवसाय से संबधित दुकानें लगवाई हैं। मेला क्षेत्र के उत्तर की ओर एक तरफ महिलाओं के लिए सौंदर्य प्रसाधन, कपड़ो की दुकानें क्रमवार लगवाई गई हैं। तो वहीं दक्षिण व पूर्व की ओर झूलों को स्थान दिया गया है। वही बाकी जगहों पर स्वादिष्ट खाने व नास्ता सेंटर को जगह दी गई है। मेले में महिलाएं व बच्चे भरपूर आनंद ले रहे है। ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग मेले व झूलों का आनंद लेने पहुंच रहे हैं।