कोरबा ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ )आयुष सिंह :-कोरबा जिले में लावारिस मवेशियों की समस्या से आम जनता को राहत दिलाने में कोरबा नगर निगम की असफलता के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और छत्तीसगढ़ किसान सभा अडिग है। कोरबा निगम क्षेत्र से जुड़े आठ गांव के किसानों की हुई बैठक के बाद मोंगरा वार्ड की माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर ने कहा है कि बांकी मोंगरा जोन कमिश्नर को ज्ञापन सौंपने के और उन्हें मूल समस्या से अवगत कराने के बाद भी निगम प्रशासन किसानों की फसल को लावारिस पशुओं से बचाने को लेकर गंभीर नहीं है, जिससे किसानों में काफी आक्रोश है। बैठक में मोंगरा बस्ती, बांकी बस्ती, मड़वाढोंढा, गंगानगर, घुड़देवा बस्ती, अवधनगर, मैगजीन भांटा, अवधनगर और दादरपारा के किसान शामिल थे। बैठक में जवाहर सिंह कंवर, राजकुमारी कंवर, नंदलाल कंवर, सुराज, सत्रुहन, सूरजमल, रामगोपाल, जीवन दास, देव कुंवर, संजय यादव, दिलहरण बिंझवार, बंशी यादव, दिलीप दास आदि किसान सभा नेता प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
आज यहां जारी बयान में माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि लावारिस मवेशियों के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है और किसानों की एकमात्र आय का साधन खेती-किसानी भी बर्बाद हो रही है। निगम के जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे हैं, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए ही रोका छेका और गौठान जैसी योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि फसलों की नुकसानी के साथ ही सड़को में हादसे और ग्रामीणों के बीच तनाव की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। माकपा नेता ने कहा कि 22 सितम्बर को सैकड़ों किसान निगम के बांकी मोंगरा जोन कार्यालय का घेराव करेंगे। आंदोलन को सफल बनाने के लिए गांव-गांव में बैठकों का दौर जारी है।