कोरबा : लाईलाज हो चुके पैर को बिना ऑपरेशन ठीक किया डॉ हिमांशु खुटिया ने.. ना उम्मीद हो चुके युवक को दिखाई जीने की नई राह.

कोरबा/कटघोरा 9 जून 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : “जाको राखे साईयां, मार सके न कोय” यह कहावत बिल्कुल साबित हुई बैकुंठपुर जिले कुंडली गाँव के जयराम गुप्ता के साथ। जी हाँ दरअसल बैकुंठपुर जिले ग्राम कुंडली निवासी जयराम गुप्ता पिता गंगाराम गुप्ता सन 2022 में एक दुर्घटना जलने में उनके पैर में गंभीर चोट आई थी। जिसकी वजह से जयराम का एक पैर पूरी तरह काम करना बंद कर दिया था। और वह काफी दिनों तक बैकुंठपुर के एक अस्पताल में भर्ती भी रहा। जहां शुरू में तो डॉक्टरों ने उनके पैर को काटने की सलाह दी। जयराम गुप्ता व उसका परिवार काफी हताश हो चुके थे।

जयराम गुप्ता की रिश्तेदारी कटघोरा में थी जहां उनके दामाद दिलीप कुमार गुप्ता ग्राम धवईपुर निवासी है। उन्होंने जयराम गुप्ता कप कटघोरा आकर एक बार कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आकर अपने पैर को डॉ हिमांशु खुटिया जो कि अस्थि रोग विशेषज्ञ है उन्हें दिखाने की बात कही। जयराम गुप्ता कटघोरा आकर अपने दामाद दिलीप के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ हिमांशु खुटिया के पास गए। जहां डॉ हिमांशु खुटिया ने उनके जले हुए पैर की जांच की और उनका ईलाज प्रारम्भ किया। पिछले दो माह से डॉ हिमांशु खुटिया द्वारा जयराम गुप्ता के जले हुए पैर का दवाइयों से ईलाज प्रारम्भ किया जिसका असर इस तरह हुआ कि जयराम गुप्ता के जले हुए पैर के घाव में काफी असर हुआ और काम करना बंद कर चुके पैर में काफी हद तक जान आ गई। और जला हुआ घाव इस तरह से भरा की डॉ हिमांशु खुटिया ने बताया कि पहले तो ऑपरेशन के आसार दिख रहे थे लेकिन अब ऑपरेशन की आवश्यकता नही है। सिर्फ दवा के माध्यम से आधा ठीक हो गया है, मामूली ऑपरेशन से कवर स्किन ड्राफ्टिंग कर जले हुए घाव को पूरी यरह ठीक किया जाएगा।

कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ हिमांशु खुटिया के द्वारा लगातार आसपास के जटिल अस्थि रोग से पीड़ित मरीजों को लाभ पहुंचा रहे हैं। डॉ हिमांशु खुटिया द्वारा किये जा रहे अस्थि संबंधित रोगों के सफल इलाज से कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र में अपनी प्रसिद्धि बना रहा है।