कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा नगर निगम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा पार्षदों के बीच पक्षपाती रवैया कर वार्ड में विकास कार्य ठप्प होने पर और महापौर राजकिशोर प्रसाद पर रबर स्टैम्प का आरोप लगाते नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल के नेतृत्व में भाजपा पार्षद और समर्थकों ने महापौर कक्ष में तालाबंदी करने की कोशिश की, जिसे रोकने पुलिस प्रशासन ने कोरबा नगर निगम के प्रशासनिक भवन साकेत के मेन गेट को बंद कर दिया। लेकिन प्रदर्शनकारी भाजपा पार्षद एवं समर्थक महापौर और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाते रहे पुलिस से भी भीड़ गए और दरवाजा खोलने की कोशिश करने लगे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई भीड़ को देखते हुए पुलिस बलों ने प्रदर्शनकारियों को साकेत भवन के अंदर जाने दे दिया, लेकिन साकेत भवन के अंदर प्रदर्शनकारी पार्षद नहीं जा सके, तब उन्होंने साकेत के एंट्रेंस गेट पर ही ताला जड़ दिया और अपनी 8 बिंदुओं का ज्ञापन पत्र तहसीलदार को सौंपा। जिसमें भवन नियमितीकरण को लेकर निगम की तानाशाही रवैया को बंद करते हुए नियमितीकरण सुलभ करने की व्यवस्था, संपत्ति कर में स्वच्छता शुल्क हटाना, नगर निगम क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं पर जोर, नल जल योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा लगभग 400 करोड़ से 24 घंटे पेयजल की सुविधा उपलब्ध जैसी मांगे हैं।