कोरबा/कटघोरा 22 अक्टूबर 2023 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : शारदीय नवरात्रि का पर्व शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज महाअष्टमी के अवसर पर कटघोरा नगर में कुछ देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों में हवन पूजन हुए और इसके पश्चात माता को भोग लगाकर भंडारे का आयोजन भी किया गया।
शारदीय नवरात्रि का पर्व शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। कल महाअष्टमी के अवसर पर नगर में सभी देवी मंदिरों में दुर्गा पंडालों में हवन पूजन हुए और इसके पश्चात माता को भोग लगाकर भंडारे का आयोजन भी किया गया। इस वर्ष हवन के लिए कई मुहर्त होने के कारण विभिन्न मंदिरों में अलग-अलग समय पर हवन-पूजन भी किए गए। शक्ति की देवी की आराधना के लिए श्रद्धालु दिन रात जुटे हुए हैं। कटघोरा नगर के सभी मंदिरों व पंडालों में आज जहां हवन-पूजन के कार्यक्रम सम्पन्न हुए वहीं कई जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया। इसके अलावा नवमी के अवसर पर भी भंडारा का आयोजन किया गया।
दुर्गा मंदिर पुरानी बस्ती में मात भवानी की उपासना का इतिहास 46 वर्ष पुराना है
कटघोरा वार्ड 10 मुख्य मार्ग स्थित दुर्गा मंदिर का इतिहास 46 वर्ष पुराना होने से यहां पर लोगों की आस्था ज्यादा रहती है। कटघोरा नगर में पंचायत काल से यहां पर मां दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया गया था। तब से यहां माता दुर्गा की प्रतिमा शारदीय नवरात्र में स्थापित की जाती है। भक्त माता की उपासना पूरे नवरात्र में बड़ी ही भक्ति भाव से करते हैं । प्रतिदिन भजन कीर्तन महिलाओं द्वारा किया जाता है। हवन पूजन के पश्चात भोग भंडारे का आयोजन किया जाता है। नौ दिन यहां का माहौल पूरा भक्ति मय होने के साथ साथ आसपास के लोग मां दुर्गा के दर्शन करने आते हैं।
मध्य नगरी में पिछले 41 वर्ष से हो आदिशक्ति मां भवानी की स्थापना
कटघोरा नगर के वार्ड नं 4 बाज़ार मोहल्ला मध्य नगरी में राधा कृष्ण मंदिर के पास पिछले 41 वर्ष से आदि शक्ति मां भवानी की स्थापना की जा रही है। पूरा नगर शारदीय नवरात्र में माँ की भक्ति में भक्तिमय हो जाता है। इस वर्ष यहाँ राधा कृष्ण दुर्गोत्सव समिति मध्य नगरी कटघोरा द्वारा भव्य आकर्षक पंडाल के साथ साथ सुंदर माता भवानी की स्थापना की है। आयोजन समिति द्वारा प्रतिवर्ष दशहरा के दिन विशाल भंडार का आयोजन किया जाता है। आसपास के लोग बड़ी संख्या में यहां आकर भोग भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने पहुंचते हैं।
तहसील दुर्गोत्सव समिति 41 वर्षो से शारदीय नवरात्र का कर रहा आयोजन
कटघोरा तहसील भाटा में तहसील कार्यालय परिसर में 41 वर्षों से तहसील दुर्गोत्सव समिति द्वारा शारदीय नवरात्र में माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। समिति के सदस्यों द्वारा नवरात्र के प्रतिदिन सुबह व शाम को महा आरती की जाती है। इस आरती में भारी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचते हैं। महानवमी पर हवन पूजन के पाश्चत भोग भंडारे का आयोजन किया जाता है। तहसील दुर्गोत्सव समिति द्वारा राम नवमी को दशहरा उत्सव भी मनाया जाता है। समिति द्वारा इस वर्ष रंगारंग कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ लोक कला मंच के तत्वाधान में :”तिहार” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
माँ चण्डिका दुर्गोत्सव समिति 35 वर्षो से कर रहे पूरे भक्ति भाव से माता दुर्गा की पूजा
वार्ड 10 कटघोरा पुरानी बस्ती चांदनी चौक पर मां चण्डिका दुर्गोत्सव समिति द्वारा पिछले 35 वर्षों से माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना करते चले आ रहे हैं। शारदीय नवरात्र में यहां के युवकों व वार्ड के बुजुर्ग व्यक्तियों द्वारा स्वयं से तैयार भव्य पंडाल में आदिशक्ति भवानी की मूर्ती स्थापित कर पुर नवरात्र माता की उपासना में लीन रहते हैं जिससे यहां का माहौल पूरा भक्ति मय हो जाता है। रंग बिरंगी रोशनी से साज सज्जा कर पंडाल स्थल को सुसज्जित किया जाता है। नवमी को कन्या भोजन की परंपरा भी पुरानी है इसके बाद विशाल भोग भंडारे आ आयोजन समिति द्वारा किया जाता है।
गायत्री दुर्गोत्सव समिति का 24 वां वर्ष
कटघोरा नगर में गायत्री मन्दिर पर भव्य पंडाल के साथ साथ सुंदर साज सज्जा की गई हैं यहां पर पिछले 22 वर्षों से माँ दुर्गा जी की स्थापना की जा रही है। इस 24 वर्ष में गायत्री दुर्गोत्सव समिति के तत्वाधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ राम नवमी को दशहरा उत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। इस वर्ष बस स्टैंड के पास कार्यक्रम न होकर यह कार्यक्रम हाई स्कूल स्टेडियम ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष नवरात्र के प्रथम दिन आयोजन समिति द्वारा विश्व प्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज़ अख्तर का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रोतागण इस कार्यक्रम का आनंद लेने पहुंचे हुए थे।
नवागांव में पिछले 24 वर्षों से की जा रही मात भवानी की उपासना
कटघोरा के वार्ड 5 नवागांव में पिछले 24 वर्षों से शारदीय नवरात्र में आदिशक्ति स्वरूपा मात भवानी की उपासना की जा रही है। सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति द्वारा नवागांव के पौराणिक सरोवर के पास माँ दुर्गा जी की स्थापना की जाती है। पूर्व में स्थापना स्थल जर्जर हो चुका था परंतु वर्तमान पार्षद व नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा मंच स्थल का जीर्णोद्धार कर उसे सुंदर रूप प्रदान किया है। समिति द्वारा मंच स्थल पर भव्य पंडाल का प्रतिरूप देकर माता दुर्गा की स्थापना कर नवरात्र में पूरा नवागांव माता की भक्ति में डूबा रहता है। समिति द्वारा सरोवर के बीचोबीच आकर्षक झांकी भी सुशोभित की जाती है। जो लोगों को अपनी ओर सहज ही आकर्षित करती नज़र आती है।
कटघोरा आदर्श दुर्गोत्सव समिति द्वारा पिछले 24 वर्षों से मनाया जा रहा शारदीय नवरात्र
कटघोरा अम्बिकापुर मार्ग पर पिछले 24 वर्षों से आदर्श दुर्गोत्सव समितु द्वारा भव्य पंडाल व सुदर माता की प्रतिमा की स्थापना की जाती है। इस स्थान के आसपास के पूरे क्षेत्र को सुंदर रंग बिरंगी लाइटों से सुसज्जित किया जाता है। सड़क मार्ग से गुजरने वाले लोग सहज ही यहां की सुंदरता देख रुक जाते हैं और माता के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण करते हैं। यहां समिति द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाती है। जिसे देखने व सुनने लोग दूर दराज से आते हैं । महानवमी के दिन हवन पूजन पश्चात भोग भंडारे का आयोजन किया जाता है।
मोहलाइन भाटा में 25 वर्षो से मना रहा शारदीय नवरात्र
कटघोरा वार्ड 8 मोहलाइन भाटा में सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति द्वारा शारदीय नवरात्र में यह 25 वां वर्ष है। यहां पर नगर के लोगों के सहयोग से शारदीय नवरात्र में भव्य पंडाल सुसज्जित कर माता दुर्गा की मूर्ती स्थापना की जाती है। नौ दिन चलने वाले नवरात्र में पूरा नगर माता की असीम भक्ति में लीन रहता है। समिति द्वारा महानवमी के दिन हवन पूजन कर कन्या भोजन कराया जाता हैं। तथा माता स्वरूपी कन्याओं को उपहार दिए जाते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। नौ दिन चलने वाले नवरात्र में पूरा वातावरण भक्ति मय हो जाता है
शारदीय नवरात्र पर कारखाना लाइन महागौरी मन्दिर में होती रोजाना महाआरती
कटघोरा बिलासपुर मार्ग पर कारखाना लाइन के पास महागौरी मन्दिर की स्थापना स्थानीय व्यापारियों द्वारा करवाया गया हैं। यहां शारदीय नवरात्र के पुरे नौ दिन महाआरती होती है। इस आरती में आसपास के लोग भारी संख्या में आकर माता की आरती में शामिल होकर पूण्य अर्जित कर प्रसाद ग्रहण करते हैं। यहां पूरे मन्दिर परिसर को सुदर लाइटों से सुशोभित किया जाता है। जिससे इस मंदिर की छटा देखते ही बनती है। मन्दिर में स्थापित महागौरी की प्रतिमा की सुंदरता लोगो को माता की भक्ति के प्रति प्रगाढ़ हो जाती है। यहां नवरात्र के अलावा बारहों महीने भक्तो की भीड़ देखने को मिलती है।