कोरबा/पाली 26 सितम्बर 2022 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना: पाली पुलिस ने खैरा बहार में हुई बेवा वृद्ध महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है । इस वारदात को पड़ोस में रहने वाले युवक ने अपने साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया था। उसने अधिया में खेती के बाद फसल बंटवारे के विवाद पर वृद्धा की गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के वक्त पालतू बिल्ली जा पहुंची तो उसे भी मार डाला। आरोपी मृतिका के गले से सोने के जेवर को लूट कर फरार हो गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें वैधानिक कार्यवाही उपरांत जेल दाखिल कर दिया गया है।
दरअसल मामला पाली थाना अंतर्गत ग्राम खैराबहार में पति की मौत के बाद बंधन कुंवर उम्र 60 वर्ष अकेली घर पर रहा करती थी। उसकी लाश 23 सितंबर को सुबह कमरे में बिस्तर पर पड़ी मिली, सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से जांच पड़ताल शुरू की इस दौरान प्रथम दृष्ट्या हत्या का प्रतीत हो रहा था। जिसकी पुष्टि डॉक्टर से मिले शार्ट पीएम रिपोर्ट में हो गई हत्यारों ने गला घोंटकर वृद्धा को मौत के घाट उतारा था।
मामले को सुलझाने पाली पुलिस ने अपने आला अफसरों के निर्देश पर थाना प्रभारी ने जांच के लिए 2 टीम गठित कर दी। दोनों ही टीम ने अपने अपने स्तर पर पतासाजी शुरू की। इस दौरान पता चला कि मृतिका ने राम रतन विश्वकर्मा को खेत अधिया में दी थी, जिसमें रामरतन 4-5 साल से खेती करते आ रहा था। अधिया को की जमीन में हुई फसल के बंटवारे को लेकर मृतिका और रामरतन के बीच विवाद चला आ रहा था इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने रामरतन को हिरासत में ले लिया पूछताछ के दौरान उसने सारी सच्चाई बयान कर दी।
दरअसल रामरतन अपने साथी कांशी चौहान के साथ मृतिका के घर पहुंचा ,जहां शराब का नशा सिर चढ़ने के बाद उनके बीच फसल बंटवारे को लेकर पुनः विवाद शुरू हो गया। विवाद बढ़ने पर रामरतन ने साथी के साथ मिलकर वृद्ध महिला की गला घोटकर हत्या कर दी। इस बीच मृतक वृद्ध महिला की पालतू बिल्ली करीब जा पहुंची तो उसे भी आरोपियों ने मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने मृतिका के गले में सोने के जेवर लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मृतिका के जेवर भी बरामद कर लिया है। मामले में धारा 302, 397 के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। इस हत्या की गुत्थी समझाने में थाना प्रभारी राजीव श्रीवास्तव के नेतृत्व में सउनि डीआर ठाकुर, विमलेश उरांव, प्रधान आरक्षक हिरामन सिंह, जवाहर सिंह, आरक्षक शैलेंद्र तवर, चंद्रप्रकाश रात्रे, नरेंद्र कुमार, नागेश, पवन चंद्रा, बृजेश तंवर, विवेक तिर्की, जसपाल व महिला आरक्षक सावित्री कवर की सराहनीय भूमिका रही।