कोरबा : पाली ब्लाॅक के कबड्डी खिलाडी संसाधन की कमी से जूझ रहा..कबड्डी में आधा दर्जन फाईनल जीतकर मध्यप्रदेश में अव्वल

कोरबा /पाली (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना -: जिले के ब्लाॅक कबड्डी संघ पाली के खिलाडियों ने मध्यप्रदेश के अलग – अलग जिला व ब्लाॅक में लगातार शानदार प्रदर्शन करके आधा दर्जन फाइनल मुकाबला जीत कर मध्यप्रदेश के सरजमीं में परचम लहराते हुए। जिले के साथ छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया। कबड्डी खेल आयोजन में विभिन्न राज्य व जिले से आये हुए खिलाडियों के साथ उनका मुकाबला शुरू हुआ जिसमें प्रथम मैच मध्यप्रदेश के साथ हुआ जिसमें पाली विकासखंड के खिलाडियों ने चंद समय में चित करके अगले राउंड में जगह बनाते हुए प्रवेश किया जैसे जैसे फाइनल की ओर बढ़ा मैच रोमांचक होते गया आखरी समय तक हिम्मत नहीं हारा और दमखम बरकरार रखा जैसे ही मौका मिलता विरोधी टीम को परास्त कर मैच में अपने नाम करते हुए फाइनल मुकाबला पर कब्जा जमाते गया और अपना जौहर दिखाते रहा। इनके जीत पर बीजापुर कबड्डी कोच रविंद्र यादव, ब्लाॅक कबड्डी संघ पाली कार्यवाहक अध्यक्ष शंकर दीवान,ब्लाॅक कबड्डी संघ पाली उपाध्यक्ष कन्हैया जगत सहित पदाधिकारियों व सदस्यों ने बधाई दी |


यहाँ – यहाँ बने फाइनल विजेता


पंचदार,केकरातलब गाड़ासरै,साध्वचपर,फाड़की जबलपुर,खेतगांव अनूपपुर जिला, भूचटोला डिंडोरी
टीम में शामिल खिलाडी


मनीष उइके,दीपक चौहान,ओमप्रकाश पोरते ,रंजीत औरके ,सतीश उइके,धर्मेंद्र औरके ,हरिश महंत,प्रशांत पैकरा


पाली ब्लाॅक में कबड्डी खिलाडियो के लिए संसाधन की अभाव


कार्यवाहक अध्यक्ष ब्लॉक कबड्डी संघ पाली शंकर दीवान ने बताया असुविधाओं का दंश झेल रहा पाली ब्लाॅक के कबड्डी खिलाडी, संसाधनों के अभाव में पूर्ण तैयारी नही पा रहा सुविधाएं न मिलने के बावजूद पाली के कबड्डी खिलाड़ी मध्यप्रदेश में अव्वल, ब्लॉक कबड्डी संघ पाली के उपाध्यक्ष कन्हैया जगत ने बताया राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर भी कबड्डी खेलने की खिलाड़ियों में हुनर है लेकिन सुविधाओं की कमी के चलते कई बार फाइनल मुकाबला जीतने से वंचित रह जाते है। कबड्डी कोच रविंद्र यादव का कहना है कि क्षेत्र की लड़कियों में कबड्डी खेलने के लिए प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन संसाधनों का भारी अभाव है। यदि सरकार या ग्राम पंचायत कबड्डी खेलने के लिए आवश्यक सामान उपलब्ध करवा दे तो पुरुष व महिला कबड्डी टीम राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मैडल जीतने की क्षमता रखती है। वे कई बार कबड्डी खेलने वाली लड़कियों को आवश्यक सामान उपलब्ध कराने के लिए सरकार एवं पंचायत से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन न तो सरकार ही सुनती है और न ही ग्राम पंचायत सुन रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कबड्डी के लिए अवश्यक खेल संसाधन जुटाए जाए, ताकि पुरुष व महिला कबड्डी खिलाडी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सके।