कोरबा/कटघोरा 19 मार्च 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : देवी संपद मंडल ने विष्णु महायज्ञ के 43 वें आयोजन में धार्मिक अनुष्ठान की पूर्ति कर शहर और गांवों के लोगों को जोड़ा। अबकि बार कार्यक्रम के अंतिम दिवस 58 बेटियों का हाथ पीले किये गए। इस परंपरा की शुरूआत से लेकर अब तक यह संख्या 1008 हो गई। कन्यादान के साथ नवदंपत्तियों को आयोजकों ने गृहस्थी के सभी सामान सहित नगद राशि और अनाज भेंट किया। बीते वर्षों में यहां से नई जिंदगी की शुरूआत करने वाली दंपत्तियां सहयोगी के रूप में शामिल हुई।
जिले के सीमांत क्षेत्र केंदई के स्वामी भजनानंद आश्रम परिसर में 43 वें विष्णु महायज्ञ का आयोजन 12 मार्च को प्रारंभ हुआ। तब से अब तक महायज्ञ में समाज और राष्ट्र कल्याण की कामना से आहुतियां दी गई। पर्यावरण संरक्षण भी इसका एक अहम उद्देश्य था। देवी संपद मंडल के प्रतिनिधियों के संरक्षण और मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत श्रीमद भागवत कथा भी हुई, जिसमें प्रख्यात कथा वाचकों ने भगवान की महिमा सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। आयोजन के समापन दिवस पर सामुहिक विवाह किया गया। ग्रामीण अंचल की उन बेटियों का विवाह संस्कार यहां पर संपन्न कराया गया जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है। अनेक ग्रामों में फैले देवी संपद मंडल के कार्यों से प्रभावित ऐसे लोगों ने विवाह संस्कार के लिए इस परिसर को चुना। आज सुबह विवाह मंडप में वैदिक मंत्रोच्चार पुरोहितों ने नव युगलों को परिणय सूत्र में आबद्ध किया। मृत्युंजय आश्रम के महामंडलेश्वर ने इन्हें आशीर्वाद प्रदान किया और लगातार आश्रम का सानिध्य प्राप्त करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में यजमान और श्रद्धालु उपस्थित थे।
23 वर्ष से हो रहा कन्यादान
स्वामी भजनानंद सेवा आश्रम से जुड़े एक प्रतिनिधि ने बताया कि विष्णु महायज्ञ 43 वर्ष से हो रहा है, जबकि कन्यादान के आयोजन का यह 23 वां वर्ष है। इस वर्ष 58 कन्याओं का विवाह संपन्न कराया गया। इस परिसर से विवाहित जोड़े हमारे साथ पारिवारिक सदस्य की भांति जुड़े हुए हैं। परंपरा को आगे भी जारी रखा जाना हमारा संकल्प है।