कोरबा : दूरस्थ वनांचल के लगभग 25 गाँव 15 दिनों से अंधेरे में, युवा ग्रामीण पहुंचे SDM कार्यालय, मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन.

कोरबा/पोंडी उपरोडा 7 जुलाई 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना: कोरबा जिला यूं तो पूरे प्रदेश में ऊर्जा नगरी के नाम से प्रसिद्ध है लेकिन इसी जिले का अधिकांश क्षेत्र बिजली आपूर्ती के हमेशा बाधित रहता है। यहाँ के निवासी बिजली की समस्या से काफी परेशान रहते हैं। ताज़ा मामला पोंडी उपरोडा ब्लॉक के ग्राम पंचायत लैंगा, पत्थरफोड़, कोडगार, सेमरा, सारी सोनार, बहरी झोरखी, रामपुर, लोकड़हा, सैला, ढेलुआ इनके आश्रित ग्राम मिलाकर लगभग 25 गाँव के ग्रामीण आज 15 दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। आज यहां के युवा ग्रामीणों द्वारा पोंडी उपरोडा के SDM कार्यालय पहुंचकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।

यहां के युवाओं ने बताया कि बारिश की शुरुआत होते ही बिजली की समस्या ज्यादा बढ़ गई है। भीषण गर्मी में तो बिजली की समस्या तो व्याप्त रहती ही है लेकिन बारिश में बिजली जाने से वनांचल क्षेत्र होने से ग्रामीणों में और ज्यादा पैदा हो जाती है। वजह है की वनांचल क्षेत्र होने से ग्रामीणों क्षेत्रों में जहरीला सांप, बिछु, के साथ हांथीयों का डर भी ग्रामीणों में बना रहता है। बिजली के न रहने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। लेकिन बिजली विभाग का इस ओर कोई ध्यान नही है। 10 मिनट के लिए बिजली आती है और उसके बाद बिजली कब आएगी इसका कोई ठिकाना नहीं रहता हैं। बिजली नही होने की वजह से पीने के पानी की समस्या सबसे ज्यादा निर्मित होती है मजबूरी में लोगो को कुएं का पानी पीना पड़ता है।

युवा कांग्रेस के विधानसभा उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह व अन्य युवाओं ने बताया की इस क्षेत्र की बिजली गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सब स्टेशन से जुड़ी है। दूरस्थ क्षेत्र होने से समस्या आय दिन निर्मित रहती है। जबकि लैंगा में तीन वर्षों से सब स्टेशन प्रस्तावित है लेकिन बिजली विभाग इस पर कोई ध्यान नही दे रहा है। अधिकारियों को इस विषय मे कई बार इस विषय को लेकर ज्ञात कराया जा चुका है फिर इस ओर न तो अधिकारी ध्यान दे रहे है और न ही जनप्रतिनिधि। विद्युत विभाग की लापरवाही का भुगतान ग्रामीण लोग कर रहे हैं।