कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- कोरबा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमितों के साथ ही जिला प्रशासन ने उनके ईलाज के लिए सुविधाएं भी बढ़ा दी है। कोविड मरीजों को तत्काल और बेहतर उपचार के लिए 56 नये पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती के साथ जिले में अब ईएसआईसी कोविड अस्पताल के अलावा 12 दूसरे निजी और सरकारी अस्पतालों में भी सुविधाएं विकसित कर लीं गईं हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के जांच दल ने तीन और नये अस्पतालों में निरीक्षण के बाद कोरोना के ईलाज के लिए सुविधाओं को पर्याप्त पाया है। अगले दो-तीन दिनों में इन तीनों न्यू कोरबा अस्पताल, विनायक अस्पताल पाली और सीएसईबी वेस्ट अस्पताल में कोरोना मरीजों का ईलाज शुरू हो जायेगा। स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षण दल ने मरीजो के लिए और मेडिकल स्टाफ के लिए अलग-अलग आगमन-निकासी द्वार, पैरा मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता, डोनिंग-डोफिंग सुविधा सहित दवाओं, आॅक्सीजन आदि व्यवस्थाओं पर अस्पताल संचालकों से चर्चा की। निरीक्षण दल की रिपोर्ट पर तीनों अस्पतालों को तत्काल बाकी रह गई तैयारी पूरी कर अगले दो दिनों में मरीजों का ईलाज शुरू करने को कहा गया है।
तीन नये अस्पतालों के शुरू हो जाने से जिले में सभी 13 अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को ईलाज के लिए भर्ती करने बिस्तर क्षमता बढ़कर एक हजार 732 हो जायेगी। इन अस्पतालों में ईएसआईसी कोविड अस्पताल, बालको कोविड अस्पताल, एनटीपीसी अस्पताल, सीपेट कोविड केयर सेंटर, सीईटीआई गेवरा कोविड केयर सेंटर, जिला अस्पताल, एसईसीएल अस्पताल मुड़ापार, सृष्टि अस्पताल, जीवन आशा अस्पताल और बालाजी ट्रामा अस्पताल, न्यू कोरबा अस्पताल, विनायक अस्पताल पाली और सीएसईबी वेस्ट अस्पताल शामिल हैं। इन सभी अस्पतालों में 500 से अधिक आॅक्सीजीनेटेड बिस्तरों की उपलब्धता वर्तमान में विकसित कर ली गई है। अस्पतालों में 393 आॅक्सीजीनेटेड बैड, 30 आॅक्सीजन कंसन्ट्रेटर सुविधा युक्त बैड, 56 आईसीयु और 31 एचडीयु बिस्तर उपलब्ध हैं। सभी अस्पतालों में सामान्य बिस्तरों की संख्या एक हजार से अधिक है। जिले के इन 13 कोविड अस्पतालों में अब 47 वेंटिलेटर कोरोना के गंभीर मरीजों के ई्रलाज के लिए उपलब्ध हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बताया है कि जिले में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और कोविड मरीजों को त्वरित और बेहतर उपचार के लिए अब फिलहाल सरकारी, जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहित और अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज हो रहा है। सरकारी अस्पतालों में और प्रशासन द्वारा अधिग्रहित अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। जबकि निजी अस्पतालों में शासन द्वारा निर्धारित दर पर ही मरीजों का ईलाज होगा।
सीपेट कोविड केयर अस्पताल में सेंट्रल आक्सीजन वितरण प्रणाली का काम शुरू, पहले चरण में 400 आक्सीजी नेटेड बिस्तरों की सुविधा विकसित होगी-
जिला प्रशासन द्वारा कोरोना के प्रतिदिन बढ़ते मामलों को देखते हुए आक्सीजीनेटेड बेड बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया है। स्याहीमुड़ी के सीपेट कोविड केयर अस्पताल में सेंट्रल आक्सीजन वितरण प्रणाली लगाने का काम शुरू हो गया है। इस अस्पताल में पहले चरण में 400 बिस्तरों तक आक्सीजन पहुंचाने के लिए पाईप लाईन फिटिंग और अन्य सहायक उपकरण लगाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यह काम अगले तीन-चार दिनों में पूरा करने का लक्ष्य है। सीपेट के कोविड केयर अस्पताल में 400 बिस्तरों में आक्सीजन पहुंच जाने से अस्पताल की क्षमता में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी होगी। अभी इस अस्पताल में माॅडरेट प्रकृति के कोविड मरीजों को डाक्टरांे की निगरानी में 40 बिस्तरों पर आक्सीजन सिलेंडर लगाकर ईलाज की सुविधा दी जा रही है। वहीं लगभग 100 से अधिक बिना लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मरीजों का भी ईलाज सामान्य वार्ड में रखकर किया जा रहा है। इस अस्पताल में आक्सीजीनेटेड बेड क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ एक विशेषज्ञ एमडी मेडिसीन डाक्टर और अन्य जरूरी पैरा मेडिकल स्टाफ की भी व्यवस्था कर ली गई है। सीपेट कोविड सेंटर में पर्याप्त मात्रा में दवाईयांे और अन्य जरूरी सामग्रियों का भी इंतजाम कर लिया गया है।
धनंजय डिक्सेना की रिपोर्ट….