कोरबा : जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र हरदेवा में बड़ी धूमधाम से मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस.. जनपद अध्यक्ष दिलेश्वरी सिदार ने कहा -आदिवासी संस्कृति का संरक्षण बहुत जरूरी है.

कोरबा/पोंडी उपरोड़ा 9 अगस्त 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : हर साल की तरह इस साल भी 9 अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ कोरबा जिले के आदिवासी बाहुल्य वनांचल क्षेत्र पोंडी उपरोडा ब्लॉक के ग्राम हरदेवा में धूमधाम से मनाया गया. समाज के प्रमुखों ने आदिवासी दिवस को विश्व स्तरीय दर्जा दिया जाना एक बड़ी बात बताया।

इस मौके पर पोंडी उपरोडा ब्लॉक के ग्राम हरदेवा में सर्व आदिवासी समाज ने कार्यक्रम आयोजित किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि बतौर गोंड आदिवासियों की गुरुमां व पाली जनपद पंचायत अध्यक्ष दिलेश्वरी सिदार उपस्थित रही. ग्राम हरदेवा में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया. जनसभा से पहले आदिवासी समाज के युवक-युवतियां पारंपरिक पोशाक पहनकर ढोल की थाप पर नृत्य करते नजर आए. समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि आदिवासी समाज की संस्कृति तेजी से लुप्त होती जा रही है. इसलिए आदिवासी संस्कृति का संरक्षण बहुत जरूरी है और इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं. समाज प्रमुखों ने कहा आदिवासी संस्कृति की विशेषताओं से युवक युवतियों को अवगत कराने की निरंतर कोशिश हो रही है.

सही दिशा में बढ़ाने होंगे कदम


इस मौके पर दिलेश्वरी सिदार ने कहा कि आदिवासी समाज मे नशापान,अंधविश्वास, डायन कुप्रथा, ईर्ष्या द्वेष, महिला विरोधी मानसिकता, वोट की खरीद-बिक्री और आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में जनतांत्रिक और संवैधानिक सक्रियता को बहाल करने आदि के समाज-सुधार की क्रांति का अलख भी जगाना होगा। सही दिशा में एकजुट होकर कदम बढ़ाने से आदिवासी समाज जरूर कामयाब होगा। अतः विश्व आदिवासी दिवस- 9 अगस्त 2023 को समग्रता की दिशा में एक निर्णायक पहल करने की जरूरत है।