कोरबा/कटघोरा 31 जुलाई 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : इस वर्ष सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से हो चुका है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को बहुत प्रिय होता है। इस पूरे माह में देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना की जाती है। वैसे तो साल भर महादेव की पूजा की जाती है, लेकिन सावन का महीना शिव शम्भू की आराधना के लिए उत्तम माना जाता है। इस बार सावन का महीना और भी ज्यादा खास माना जा रहा है, क्योंकि महादेव की कृपा दिलाने वाला सावन इस साल एक नहीं बल्कि दो महीने का होने वाला है। इस पावन माह के शुरू होते ही हर कोई शिव की भक्ति में लीन हो जाता है। हर तरफ माहौल शिवमय हो जाता है। सावन में हर साल श्रद्धालु महादेव भोलेनाथ को खुश करने के लिए कांवड़ यात्रा निकालते हैं।
इसी दृढ़ निश्चय के साथ श्री श्री 1008 बाबा बासुकीनाथ कांवड़ मण्डली कोलकाता द्वारा 18 जुलाई से मां गंगा का उद्गम स्थल गंगोत्री से गंगा जल भरकर 15 अगस्त तक सेतुबंध रामेश्वरम तक की पैदल कावड़ यात्रा कर पहुंचने का संकल्प लिया है। यह यात्रा करीब 3600 किलोमीटर की है एवं इस यात्रा में करीब 1 महीने का समय लगेगा। इस यात्रा में कोलकाता से 28 यात्री हिस्सा ले रहे हैं जो कि 18 जुलाई को गंगोत्री से कांवड़ में पतित पावनी मां गंगा का पवित्र जल भरने का निश्चय किया था एवं रास्ते में आ रहे गांव और शहरों को पार करते हुए आगे की ओर लगातार बढ़ रहे हैं।
श्री श्री 1008 बाबा बासुकीनाथ कांवड़ मण्डली आज कटघोरा नगर पहुंची। इस कांवड़ यात्रियों का कटघोरा के अग्रवाल परिवार ने जोरदार स्वागत किया तथा अग्रसेन भवन में उनको स्वल्पाहार व विश्राम के लिए व्यवस्था की। मंडली के महंत संतोष कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनके जत्थे ने 18 जुलाई को मां गंगा के उद्गम स्थल से गंगाजल भरकर उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश होते हुए छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिला होते हुए आज कोरबा जिले में 16 सौ किलोमीटर की यात्रा तय कर कटघोरा नगर पहुंचे हैं। उनकी टीम निरंतर पदयात्रा कर रही है उनके 28 सदस्यों में 4,4 लोगों का ग्रुप बना है और प्रत्येक ग्रुप 3 घण्टे का समय लेकर पदयात्रा कर रहे है। उनके साथ 7 वाहन चालक व 11 अन्य सेवा दल के सदस्य साथ मे हैं। कुल 51 लोग रामेश्वरम तक कि यात्रा में सहभागी बन रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस यात्रा में सभी भारतवासियों का प्यार व सहयोग इनके लिए प्रेरणा स्रोत एवं सभी के सहयोग से इनकी यात्रा उत्तरोत्तर रामेश्वर धाम की ओर प्रस्थान कर रही है। इस यात्रा का मूल उद्देश्य राष्ट्र हित व आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना तथा जन-जन में प्यार जगाना है। तथा हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में है भाई-भाई के नारे को चरितार्थ करना है। सभी कावड़ यात्री भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना कर रहे हैं कि भोलेनाथ हमें और हमारे देशवासियों को खुश रखो और देश उत्तरोत्तर उन्नति पथ पर अग्रसर हो ऐसा आशीर्वाद दें।