कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना शुरु करके दो रुपया किलो में गोबर खरीदने का काम सबसे पहले छत्तीसगढ़ ने शुरु किया। इसी गोबर से गोठानों में हमारी बहनें जैविक खाद बनाती हैं। इससे किसानों की जमीनें तो सुधर ही रही है, हजारों बहनों को रोजगार भी मिल रहा है। सैकड़ों लोग गोबर बेचकर अच्छे पैसे कमा रहे हैं। जिन लोगों के पास जमीन, जानवर, कुछ भी नहीं है, वो भी गोबर बीनकर पैसे कमा लेते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा आज सिर्फ गोबर बेचकर लोग मोटर-साइकिल खरीद लेते हैं। उन्होंने बताया कि सूरजपुर जिले के कार्यक्रम के दौरान एक महिला ने अपनी रायपुर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही बेटी की फीस का इंतजाम गोबर बेचकर कर लिया है।
कोरोना की दूसरी-लहर अब लगभग शांत, लेकिन सावधान और सर्तक रहना जरूरी –
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी-लहर अब लगभग शांत हो गई है। संक्रमण-दर भी बहुत थोड़ी रह गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरबा के लोगों ने बहुत एकजुटता के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। शासन ने भी बहुत तेजी से सुविधाएं बढ़ाई। बिस्तर, दवाई, आक्सीजन, किसी चीज की कमी नहीं होने दी। ज्यादा-से-ज्यादा टेस्ट करके संक्रमितों का पता लगाया गया और उनके उपचार की व्यवस्था की गई।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बातों-बातों में चेताया कि कोरोना की दूसरी लहर के शांत होने की जीत का जश्न मनाने का यह समय नहीं है। यदि हम सावधान नहीं रहे तो तीसरी-लहर भी आ सकती है। उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी-लहर से जो अनुभव मिला है, उसे देखते हुए विकासखंड से लेकर जिला तक हर सरकारी अस्पताल की व्यवस्था को हम चाक-चैबंद कर रहे हैं। हर अस्पताल में ऑपरेशन रूम, लेबर रूम, लैबोरेटरी, आईसीयू, वेन्टीलेटर, ब्लड बैंक और निःशुल्क दवा की सुविधा उपलब्ध रहेगी। शिशु-रोग, स्त्री-रोग, निश्चेतना, पैथॉलाजी, मेडिसीन और सर्जरी के पोस्ट ग्रेजुएट डाक्टर अस्पतालों में तैनात किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए 15 दिनों में सभी कलेक्टर्स को कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। श्री बघेल ने कहा कि हम सबको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि कोरोना की तीसरी लहर ना आए।