कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) : एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना में नौकरी सहित मुआवजा व अन्य सुविधाओं के लिए पिछले लगभग 90 दिनों से आंदोलनरत भू-विस्थापितों ने कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया। सांसद ने इस संबंध में उचित कार्यवाही का आश्वासन देने के साथ ही उनके द्वारा संसद में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी गई। जिला रोजगार किसान एकता मंच के जिला अध्यक्ष भू-विस्थापित राधेश्याम कश्यप, किसान सभा जिला सचिव दीपक साहू ने सांसद ज्योत्सना महंत को बताया कि भूमि अधिग्रहण कर लेने के वर्षों बाद भी जमीन के एवज में नौकरी, मुआवजा व अन्य सुविधाएं भू-विस्थापितों को नहीं दी जा रही है। पिछले 90 दिनों से उनका आंदोलन जारी है। इस बीच खदान बंदी आंदोलन भी हुआ और भू-विस्थापितों की गिरफ्तारियां भी की गई। प्रबंधन हर बार आश्वासन देकर टालता आ रहा है। भू-विस्थापितों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
सांसद महंत ने सभी विषयों को गंभीरता से सुनने उपरांत भू-विस्थापित नेताओं को बताया कि उन्होंने भू-विस्थापितों की आवाज को सदन में कोयला मंत्री के समक्ष कई बार उठाया है। कोयला मंत्री से पत्राचार भी किया गया है जिसका उन्होंने जवाब दिया है। सांसद ने कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा दिए गए जानकारी से भू-विस्थापित नेताओं को अवगत कराया। सांसद ने भू-विस्थापितों की मांगों का समर्थन कर एसईसीएल द्वारा न सिर्फ रोजगार बल्कि प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, बसाहट, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के विषय पर लगातार उदासीन रवैय्ये पर भी नाराजगी जताते हुए कहा है कि उनके द्वारा एकता मंच के आंदोलन और विषयों पर पुन: कोयला मंत्री से चर्चा की जाएगी। इस दौरान भू-विस्थापित बजरंग सोनी, हेमंत साहू, दामोदर कौशिक, बलराम कौशिक, सनत कौशिक, दीना कौशिक, शेखर, हरिशंकर केंवट, जय कौशिक, अमरपाल, सहोरिक साहू, शिव, रामप्रसाद, मोहनलाल, नरेश, अशोक, विनोद, आशीष, मोहन यादव आदि उपस्थित थे।