कोरबा/कटघोरा 28 नवम्बर 2022 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : जिला पुलिस कप्तान संतोष सिंह द्वारा जिले में बढ़ती दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने व शराब पीकर वाहन चालको पर कार्यवाही को लेकर पूरे जिले में सभी थाना व चौकियों को सघन जांच के लिए निर्देशित किया है जिसे लेकर कल कटघोरा थाना प्रभारी अश्विन राठौर द्वारा कटघोरा मुख्य चौराहे पर सघन जांच कर कार्यवाही की गई।
बतादें की कटघोरा शहर में बायपास होने के बावजूद शहर के भीतर हर तरह के भारी वाहनों के तेज रफ्तार से दौड़ने पर अंकुश लगाने के लिए कटघोरा वासियों की ओर से युवा कांग्रेस ग्रामीण जिला अध्यक्ष विकास सिंह, प्रदेश सचिव आकाश शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी शिव शंकर शर्मा ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर संजीव झा को ज्ञापन सौप मांग की गई थी कि भारी वाहनों की शहर में एंट्री पर प्रतिबंध लगाया जाए। कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए नो एंट्री लगाने के संबंध में निर्देश एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर को दिए हैं। हालांकि एसडीएम के द्वारा इस संबंध में नवनियुक्त अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटले को जानकारी देने के पश्चात तत्काल प्रभाव से कटघोरा नगर में प्रतिदिन 24 घण्टों की नो एंट्री का आदेश जारी किया गया। इस सम्बंध में तीन चौराहों पर नो एंट्री का बोर्ड भी लगाया गया लेकिन उसके बावजूद भारी वाहन लगातार शहर के भीतर बेख़ौफ प्रवेश कर रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के मार्गदर्शन में जिले भर में निजात अभियान चलाकर अवैध नशा के प्रति जहां लोगों को जागरूक किया जा रहा है वहीं यातायात नियमों का पालन करने के लिए भी जागरुक कर रहे हैं। कटघोरा पुलिस के द्वारा यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने एवं नो एंट्री में भारी वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण,शराबी वाहन चालकों पर लगाम लगाने जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देश पर कटघोरा थाना प्रभारी अश्विन राठौर द्वारा रविवार की रात कटघोरा के मुख्य चौराहे पर पर पुलिस टीम व यातायात पुलिस की मौजूदगी में सघन जांच की गई तथा यह जानने का प्रयास किया गया है कि चालक शराब पीकर तो गाड़ी नहीं चला रहा हैं। पुलिस की कार्रवाई रात नौ बजे शुरू हुई, जो आधी रात तक चली। शराबी वाहन चालकों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। केस तैयार कर कोर्ट में प्रस्तुत किया जा सके, ताकि वाहन चालकों पर अधिक से अधिक जुर्माना लगाया जा सके। जिससे कि उन्हें सबक मिल सके।
चेकिंग के दौरान नो एंट्री में घुसे भारी वाहनों की लगी लम्बी कतारें
कटघोरा पुलिस द्वारा शहर के भीतर मुख्य चौराहे पर नो एंट्री में प्रवेश कर रहे भारी वाहनों की चेकिंग की तथा ब्रेथ एनालाइजर से शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालको की जांच की। इस जांच के दौरान अम्बिकापुर से बिलासपुर जाने वाले भारी वाहन तथा बिलासपुर से अम्बिकापुर जाने वाले भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गई। कुछ वाहन चालक तो डर से अपने वहानों को बीच से मोड़ कर भागने का प्रयास करने लगे, लेकिन पुलिस व यातायात के जवान उन वाहनों पर रोकर कड़ी कार्यवाही की।
तेज रफ्तार से रहता है दुर्घटनाओं का डर
नो एंट्री लागू होने के बाद भी बायपास से न जाकर शहर में ट्रक और भारी वाहनों का आवागमन हो रहा है। इस वाहनों के चालकों को इसकी जानकारी होने के बाद भी नो एंट्री में घुस आते हैं और किसी कार्रवाई से बचने के लिए जल्द ही शहर से निकलने की कोशिश करते हैं और वाहन को तेज रफ्तार में दौड़ाते हैं। जिससे कई दफा लोग दुर्घटना का शिकार भी हुए है और इस सड़कों से गुजरने वाले लोगों को इन तेज रफ्तार वाहनों से दुर्घटनाओं का डर सताता रहता है।
ये रहा आदेश
कोरबा कलेक्टर संजीव झा द्वारा नो एंट्री को लेकर 26 नवम्बर को नया आदेश दिया गया। जिसमें कटघोरा अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटले ने नो एंट्री के लिए तत्काल प्रभाव से शहर में रोजाना 24 घंटे भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित किया था। भारी वाहनों की निकासी के लिए कटघोरा से सुतर्रा तक बने बायपास का प्रयोग करना है। लेकिन रात में मौके का फायदा उठाकर नो एंट्री की अवहेलना करते हुए भारी वाहन चालक तेज़ रफ़्तार में शहर के भीतर से होकर गुजर रहे हैं।
दुर्घटना रोकना मकसद
इस जांच का मकसद सड़क दुर्घटना को रोकना है। कोरबा जिले में इस साल जनवरी से अक्टूबर तक सड़क दुर्घटना में 246 लोग मारे गए हैं। 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने जांच के दौरान पाया है कि सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं रात नौ बजे से रात 12 बजे के बीच हुई हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने नौ बजे से 12 बजे तक सड़क पर गाड़ियों की जांच की। पुलिस का कहना है कि इस समय पर आने वाले दिनों में भी गाड़ियों की औचक जांच की जाएगी। जांच के दौरान पुलिस ने गाड़ियों का फिटनेस, बीमा, परमिट, प्रदूषण सर्किटिफिकेट आदि की जांच की। शराब पीकर चला रहे 8 वाहन चालकों पर की गई ड्रंक एंड ड्राइव के तहत कार्यवाही तथा नो एंट्री पर 2 भारी वाहन चालकों पर की गई कार्यवाही, बाकी वाहन चालकों को समझाइस देकर छोड़ा गया।