कोरबा : कटघोरा नगर पालिका में बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस पड़ा भारी.. भारी गहमा गहमी के बीच वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष रतन मित्तल ने जीता चुनाव.. कांग्रेसियों ने फोड़े पटाखे बांटी मिठाई.

कोरबा/कटघोरा 22 दिसम्बर 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा नगरी निकायों में अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत कर रही है। आज कोरबा जिले के उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा नगर पालिका में बीजेपी द्वारा आज 22 दिसम्बर को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। जिसपर नगर पालिका परिषद कटघोरा में आज सुबह से ही गहमा गहमी का माहौल देखा गया। इस दौरान पीठासीन अधिकारी के तौर पर अपर कलेक्टर दिनेश कुमार नाग उपस्थित रहे वही कटघोरा अनुविभागीय अधिकारी ऋचा सिंह तथा तहसीलदार भूषण सिंह मरावी भी इस दौरान उपस्थित रहे। काफी गहमा गहमी के बीच नगर पालिका परिषद के कांग्रेसी अध्यक्ष रतन मित्तल की जीत हुई और उन्हें निर्वाचित घोषित किया गया।

कटघोरा नगर पालिका में 15 वार्ड है जिसमे कांग्रेस के 7 व बीजेपी के 7 तथा 1 निर्दलीय पार्षद हैं। आज अविश्वास प्रस्ताव में बीजेपी से 6 और कांग्रेस के 5 वही एक निर्दलीय पार्षद मिलाकर कुल 12 पार्षद उपस्थित हुए। दोपहर 12:30 बजे से प्रक्रिया प्रांरम्भ हुई और मतदान के बाद लगभग 2 बजे पीठासीन अधिकारी ने रतन मित्तल को निर्वाचित घोषित किया। कांग्रेस के रतन मित्तल को 3 व बीजेपी को 7 मतदान 2 मत रिजेक्ट पड़े। इस बीच कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर बहस बाजी होती रही। बतादें की कांग्रेस के दो पार्षदों को समय सीमा पर उपस्थित नही होने पर उन्हें बाहर कर दिया गया। जिसे लेकर कांग्रेसियों ने कार्यालय के मुख्यद्वार पर जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

कांग्रेस के दो पार्षदों को निकाला बाहर, कांग्रेसियों ने जमकर की नारेबाजी

नगर पालिका में पीठासीन अधिकारी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पार्षदों के8 उपस्थिति की समय सीमा 12:30 बजे तक निर्धारित किया गया था। वार्ड 7 के कांग्रेस पार्षद जय नारायण कंवर व वार्ड 1 के पार्षद रविन्द्र मोहन बघेल लघुशंका करने के लिए गए हुए थे जोकि 12:15 पर जब वे सभागार पहुंचे तो पीठासीन अधिकारी द्वारा विलम्ब से पहुंचने पर उन्हें बाहर कर दिया। जिसे लेकर उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे। बीजेपी व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इसे लेकर काफी बहसबाजी हुई। कांग्रेसी पार्षदों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस दौरान सुरक्षा पर तैनात कटघोरा थाना प्रभारी तेज कुमार यादव व उनकी टीम ने सुरक्षा को देखते हुए सभी कार्यकर्ताओं को नगर पालिका कैंपस से बाहर किया। और शांति व्यवस्था बनाये रखने की बात कही। वही कांग्रेसियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

अध्यक्ष रतन मित्तल इस जीत को जनता की जीत बताई, प्रशासन का नही मिला सहयोग

कटघोरा नगर पालिका में पुनः अध्यक्ष बने रतन मित्तल ने कहा कि यह मेरी नही जनता की जीत है। उन्होंने वहां की कुछ पार्षद में विरुद्ध मतदान किये लेकिन कुछ पार्षद चाहते थे कि मैं ही अध्यक्ष बना रहूं, उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का कोई सहयोग नही मिला, हमारे दो पार्षदों को समय पर पहुंचने के बाद भी नही आने दिया गया। उन्हें बाहर निकाल दिया गया ताकि मतदान न हो पाए। सत्ता परिवर्तन तो होते रहता है कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी या कभी और लेकिन इस तरह का मतभेद नही होना चाहिए।

कटघोरा नगर पालिका कार्यालय के सामने नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल के यथावत अध्यक्ष की घोषणा के बाद कांग्रेसियों में जमकर खुशी देखी गई। कांग्रेस ने जमकर पटाखे फोड़े व मिठाई बांटी। सभी अध्यक्ष रतन मित्तल को बधाई दी। इस दौरान कटघोरा के पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर, जिला कांग्रेस कमेटी के हरीश परसाई, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, कटघोरा शहर कांग्रेस अध्यक्ष राजीव लखनपाल, राज जायसवाल, क्रांति मित्तल, नरेंद्र मित्तल, हितेश अग्रवाल, छुरी नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक देवांगन, कृष्ण गोपाल मित्तल, डाकेश्वर शुक्ला, मनोज नायडू, उमाकांत डिक्सेना, आलोक पांडेय तथा बड़ी संख्या में कांग्रेस व बीजेपी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।