कोरबा :कटघोरा का दुर्गा मंदिर बना आस्था का केंद्र.. पुरानी बस्ती में मात भवानी की उपासना का इतिहास है 46 वर्ष पुराना

कोरबा/कटघोरा 4 अक्टूबर 2022 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : शारदीय नवरात्रि का पर्व शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। कल महाअष्टमी के अवसर पर कटघोरा नगर में सभी देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों में हवन पूजन हुए और इसके पश्चात माता को भोग लगाकर भंडारे का आयोजन भी किया गया।

शारदीय नवरात्रि का पर्व शहर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। कल महाअष्टमी के अवसर पर नगर में सभी देवी मंदिरों में दुर्गा पंडालों में हवन पूजन हुए और इसके पश्चात माता को भोग लगाकर भंडारे का आयोजन भी किया गया। इस वर्ष हवन के लिए कई मुहर्त होने के कारण विभिन्न मंदिरों में अलग-अलग समय पर हवन-पूजन भी किए गए। शक्ति की देवी को आराधना के लिए श्रद्धालु दिन रात जुटे हुए हैं। कटघोरा नगर के सभी मंदिरों व पंडालों में आज जहां हवन-पूजन के कार्यक्रम सम्पन्न हुए वहीं कई जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया। इसके अलावा नवमी के अवसर पर भी भंडारा का आयोजन किया गया।

कटघोरा वार्ड 10 मुख्य मार्ग स्थित दुर्गा मंदिर का इतिहास 46 वर्ष पुराना होने से यहां पर लोगों की आस्था ज्यादा रहती है। कटघोरा नगर में पंचायत काल से यहां पर मां दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया गया था। तब से यहां माता दुर्गा की प्रतिमा शारदीय नवरात्र में स्थापित की जाती है। भक्त माता की उपासना पूरे नवरात्र में बड़ी ही भक्ति भाव से करते हैं । प्रतिदिन भजन कीर्तन महिलाओं द्वारा किया जाता है। हवन पूजन के पश्चात भोग भंडारे का आयोजन किया जाता है। नौ दिन यहां का माहौल पूरा भक्ति मय होने के साथ साथ आसपास के लोग मां दुर्गा के दर्शन करने आते हैं।