कोरबा/कटघोरा 11 दिसम्बर 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा शहर में दुकानदारों के अतिक्रमण व दुकानदारों द्वारा सड़क किनारे में होर्डिंग खड़ा करने के कारण सड़क पर चलना दूभर हो गया है। शहीद वीर नारायण चौक से न्यू बस स्टैंड अम्बिकापुर रोड़ तक व बिलासपुर रोड में दुकानदारों द्वारा अपनी दुकान के अलावा अपने दुकानों के सामान को बाहर सजाने के लिए अतिरिक्त अतिक्रमण कर तथा बस स्टैंड में मुख्य मार्ग पर होर्डिंग बोर्ड खड़ा करने से पार्किंग की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। ऐसे में आधी बची सड़क पर ही दुकानदार और खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहक अपने वाहन खड़े कर रहे हैं। बिलासपुर मार्ग हो या अम्बिकापुर मार्ग दोनों ओर दुकानदारों ने 12 से 15 फीट तक अतिक्रमण कर रखा है। दुकानों के बाहर वाहनों के पार्किंग की वजह से सड़कें संर्कीण होती जा रही है। वहीं दुकानों के बाहर होर्डिंग लगे हैं। जिससे फुटपाथ पूरी तरह से दुकानदारों के कब्जे में है।
अतिक्रमण ने शहर में चलना हुआ मुश्किल
कटघोरा नगर में चाहे वो मुख्य चौराहे से अम्बिकापुर रोड़ हो चाहे बिलासपुर रोड़ यहां शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां अतिक्रमणकारियों का कब्जा न हो। मुख्य चौराहे पर नालियों पर भी छोटी-मोटी दुकानें सजा ली गई हैं। इससे सड़कें संकीर्ण हो गई हैं। इसकी वजह से हर रोज जाम लगता है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। न्यू बस स्टैंड मुख्य मार्ग पर तो दुकानदारों द्वारा बेहिसाब अतिक्रमण कर लिया गया है जबकि न्यू बस स्टैंड से अम्बिकापुर मार्ग सबसे व्यस्ततम मार्ग है। लेकिन नगर प्रशासन की उदासीनता व व्यवसायीयों की मनमानी ने राहगीरों के चलने की जगह पूरी तरह से अतिक्रमण की जद में है।
रोजाना जाम की बनती है स्थिति
बिलासपुर व अम्बिकापुर मार्ग पर स्थित व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानों के आगे बांस व टीन का शेड या होर्डिग लगाकर आठ से 10 फीट तक सड़क को अतिक्रमित कर लिया है। बची खुची कसर बेतरतीब पार्किंग ने पूरी कर दी है। दुकानों के आगे सामानों को डिस्प्ले करने से चौड़ी सड़कें संकरी हो गई हैं। इसका असर यातायात व्यवस्था पर पड़ रहा है। तकरीबन हर रोज न्यू बस स्टैंड में जाम की समस्या खड़ी हो जा रही है। अतिक्रमण जाम के साथ-साथ व्यापारियों के झगड़े का भी कारण बनता जा रहा है। वाहन पार्किंग को लेकर वे आए दिन उलझते रहते हैं। कुछ दुकानदारों ने तो बिना अनुमति सड़क किनारे नो पार्किंग का भी सांकेतिक बोर्ड लगा रखा है।
कटघोरा शहर में अतिक्रमणकारियों से प्रशासनिक अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि भी अवगत हैं, पर कोई कार्रवाई लेने की हिम्मत नहीं उठाता। दो-चार दुकानों को हटाकर अपनी सक्रियता दिखाने की कोशिश जरूर करता है। हकीकत में यह सब लोगों की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। इन सबके परे कटघोरा नगर पालिका परिषद की उदासीनता से अतिक्रमणकारी में भय नहीं है। जिससे शहर में राहगीरों का रोजाना जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है।
अतिक्रमण शाखा फिर भी कार्रवाई शून्य
कटघोरा नगर पालिका परिषद में अतिक्रमण पर नजर रखने के लिए शाखा तो है, बावजूद इसके कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जब भी जिला प्रशासन के स्तर से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया जाता है। लेकिन अतिक्रमण हटाने वाली टीम खानापूर्ति कर लौट जाती हैं। कुछ माह पूर्व पालिका ने नगर के मुख्य चौराहे पर अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली, कुछ दिनों बाद दुकानें फिर से सज गई। नगर पालिका परिषद को अतिक्रमण हटाने व पार्किंग की व्यवस्था के लिए लोगों द्वारा शिकायत भी दर्ज कराया जाता रहा है। बल्कि पालिका द्वारा निदान के बजाय पालिका प्रशासन चुप्पी साध लेता है।
“नगर पालिका परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्ञानपुंज कुलमित्र को जब इस समस्या से अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है उन्होंने कहा कि “जल्द ही अतिक्रमण व बेवजह दुकानदारों द्वारा लगाए गए होर्डिंग को लेकर कार्यवाही की जाएगी।”
ज्ञानपुंज कुलमित्र, CMO नगर पालिका परिषद कटघोरा