कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) : राज्य सरकार के द्वारा विभिन्न पुलिस चौकियों को उन्नयन कर थाना का दर्जा दिया गया है। इस आशय का प्रकाशन राजपत्र में करने के साथ ही अब इन्हें अपग्रेड करने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।
कोरबा जिले के कुसमुण्डा थाना के अधीन आने वाली हरदीबाजार पुलिस चौकी को पूर्ण थाना का दर्जा दिया गया है। इसी तरह सिटी कोतवाली के अधीन आने वाले पुलिस सहायता केंद्र रामपुर को सिविल लाईन थाना का दर्जा दिया गया है। ये दोनों ही पुलिस चौकी काफी महत्वपूर्ण और बड़े क्षेत्रफल में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहायक हैं। हरदीबाजार पुलिस चौकी के अंतर्गत एसईसीएल के खदान क्षेत्र भी आते हैं। लंबे समय से इसे थाना का दर्जा देने की मांग हो रही थी। हरदीबाजार थाना के अधीन उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम गुमिया को समाहित किया गया है। हरदीबाजार थाना के अधीन 51 ग्राम पंचायत शामिल होंगे। यहां वर्तमान में उपनिरीक्षक मयंक मिश्रा बतौर चौकी प्रभारी पदस्थ हैं।
इसी तरह पुलिस सहायता केंद्र रामपुर को सिविल लाईन थाना का दर्जा देने की बहुप्रतीक्षित मांग और जरूरत पूरी हुई है। रामपुर क्षेत्र में जहां जिला न्यायालय, कलेक्टोरेट, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, नगर निगम का प्रशासनिक भवन साकेत से लेकर तमाम सरकारी दफ्तर स्थापित हैं साथ ही न्यायिक मजिस्ट्रेट, न्यायिक अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों के निवास भी हैं। आए दिन धरना प्रदर्शन, आंदोलन भी इसी क्षेत्र में होते हैं। पिछले वर्षों में रामपुर पुलिस सहायता केंद्र का सीमा क्षेत्र भी बढ़ाया गया है। कानून व्यवस्था के लिए आवश्यकता थी कि इसे अपग्रेड किया जाए। यह काफी महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ संवेदनशील क्षेत्र में शामिल पुलिस सहायता केंद्र है जिसके सिविल लाइन थाना बन जाने से यहां पुलिस बल बढ़ाया जाएगा। यहां हाल ही में निरीक्षक नितिन उपाध्याय को प्रभारी पदस्थ किया गया है।
0 कोतवाली में अब सिर्फ एक चौकी मानिकपुर
रामपुर पुलिस सहायता केंद्र को सिविल लाइन थाना का दर्जा देने के साथ ही CSEB पुलिस सहायता केंद्र के अधीनस्थ क्षेत्रों पंप हाउस, टीपी नगर,15 ब्लॉक, सीएसईबी पूर्व, चारपारा, कोहड़िया, मानस नगर को इसमें समाहित कर दिया गया है। सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र अब सिविल लाइन थाना के अधीनस्थ आने के साथ ही कोतवाली के अंतर्गत अब सिर्फ मानिकपुर पुलिस चौकी रह जाएगी।
तत्कालीन पुलिस अधीक्षकों ने लगातार किया प्रयास
बढ़ते अपराध और न्यायायिक तथा प्रशासनिक प्रमुख क्षेत्र होने के कारण रामपुर पुलिस सहायता केंद्र को सिविल लाइन थाना का दर्जा देने के लिए पूर्व के तत्कालीन पुलिस अधीक्षकों ने अपने स्तर पर काफी प्रयास किए थे। एसपी सुंदरराज पी. एसपी अमरेश मिश्रा, डी. श्रवण, मयंक श्रीवास्तव ने इसके लिए प्रस्ताव बनाकर पुलिस मुख्यालय को भेजे। वर्ष 2019 में पदस्थापना के दौरान एसपी जितेंद्र मीणा ने भी अपने स्तर पृथक से प्रस्ताव बनाकर भेजा जिसे अंतिम तौर पर स्वीकृत करते हुए मुहर लगाई गई।