कोंडागांव में ITBP की 41वी बटालियन के जवानों ने IED डिफ्यूज किया.

कोंडागांव(सेंट्रल छत्तीसगढ़): ITBP ने एक बार फिर नक्सलियों के मनसूबों पर पानी फेरा हैं. ITBP की 41वीं बटालियन ने कोंडागांव जिले के मालनार इलाके में सड़क किनारे टिफिन में रखे IED का पता लगाया और उसे डिफ्यूज किया.

IED डिफ्यूज

दरअसल बस्तर संभाग में लोन वर्राटू अभियान के तहत कई नक्सली घर वापसी कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बस्तर संभाग में सड़कों के विकास कार्यों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. इसी के साथ नक्सल उन्मूलन अभियान भी चलाया जा रहा है. इसी से बौखलाए नक्सली सुरक्षा जवानों के मनोबल को तोड़ने में लगे हुए है. नक्सली आए दिन क्षेत्र में IED प्लांट कर सुरक्षा जवानों को नुकसान पहुंचाने में लगे हुए है. लेकिन जवानों की सतर्कता की वजह से उन्हें कामयाबी नहीं मिल पा रही है.

7 किलो का IED

बीते दिनों कोबरा बटालियन के जवानों ने सुकमा जिले में मीनपा के जंगलों से नक्सलियों के प्लांट किया एक IED बरामद किया है. 7 किलो के IED को सुरक्षा बलों ने नक्सल प्रभावित ग्राम मीनपा के जंगलों से बरामद कर निष्क्रिय किया. नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षा बल के जवान अंदरूनी क्षेत्रों में सर्चिंग पर निकले हुए थे. इसी दौरान मीनपा के जंगलों में सर्चिंग करते हुए जवानों ने 7 किलो वजनी IED बरामद किया. जिसके बाद जवानों ने मौके पर ही IED को निष्क्रिय कर दिया. जिसका वीडियो भी जवानों ने अपने मोबाइल फोन पर कैद किया था.

5 किलो का IED डिफ्यूज

दंतेवाड़ा जिले में 1 मई को टेटम और बड़े गुडरा के बीच एटेपाल के पास नक्सलियों ने IED (Improvised explosive device) लगाई थी. इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी. जिसके बाद मौके पर टेटम कैंप से DRG और CAF (Chhattisgarh armed force) की 19वीं वाहिनी टेटम की संयुक्त बल रवाना की गई. नक्सली IED लगाकर छुप कर बैठे थे. पुलिस पार्टी को आता देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले थे. जवानों ने आसपास के क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान एटेपाल के पास सड़क किनारे एक काले-नीले रंग का वायर देखा. जिसे बारीकी से निरीक्षण करने पर वायर से लगा करीब 5 किलो का IED मिला. जिसे DRG और CAF (छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल) के जवानों ने डिफ्यूज किया था.