केएसके महानदी पावर प्लांट में मजदूरों ने किया काम बंद,यूपी और तेलंगाना में हो सकता है बिजली संकट.


जांजगीर चांपा(सेंट्रल छत्तीसगढ़): 
जिले के अकलतरा ब्लॉक में संचालित के केएसके महानदी पावर प्लांट के कर्मचारियों ने सोमवार को टूल डाउन कर दिया है. कर्मचारियों ने प्लांट प्रबंधन पर मजदूरों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है. 10 साल से अधिक समय से नौकरी करने के बाद भी प्रमोशन नहीं मिलने और वेज रिवीजन नहीं करने का आरोप कर्मचारियों ने प्रबंधन पर लगाया है. आंदोलित मजदूरों ने अपनी मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया है.

प्लांट का विवाद से गहरा नाता: नरियारा गांव स्थित केएसके महानदी पावर प्लांट की 2 यूनिट से 1800 मेगा वाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, लेकिन प्लांट की स्थापना के बाद से ही प्रबंधन और मजदूरों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है और प्लांट का विवाद से गहरा नाता बन गया है. कभी भू विस्थापितों की वेतन विसंगति, कभी सुविधाओं को लेकर आंदोलन तो कभी कर्मचारियों के वेज रिवीजन की मांग को लेकर लगातार आंदोलन होता रहा है.

सोमवार को फिर से प्लांट के मजदूर वेज रिवीजन की मांग को लेकर एचएमएस मजदूर संगठन के बैनर तले आंदोलन शुरू कर दिया है. सुबह से ही प्लांट में काम बंद कर दिए गए हैं. मजदूरों के आंदोलन के बाद प्लांट की कई महत्वपूर्ण इकाई का काम पूरी तरह ठप हो गया है. हालांकि पावर जनरेशन के काम को सुचारू रूप से चलने के लिए अधिकारी जुट गए हैं.

बिजली उत्पादन हो सकता है प्रभावित: केएस के महानदी पावर प्लांट में वर्तमान में 18 सौ मेगा वाट का बिजली उत्पादन हो रहा है. यहां से उत्तर प्रदेश के साथ तेलंगाना को बिजली सप्लाई की जा रही है. प्लांट में मजदूरों के इस आंदोलन से काम-काज प्रभावित हो रहा है. वक्त रहते मजदूरों को काम पर नहीं बुलाया गया तो बिजली उत्पादन प्रभावित हो सकता है. दोनों राज्यों में बिजली संकट आ सकती है.

साल 2007-08 में केएसके महानदी पावर प्लांट अकलतरा के नरियरा क्षेत्र में 10 गांवों के 1842 किसानों की 2 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन पर स्थापित हुई. वर्तमान में 1800 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. मजदूरों के आंदोलन में जाने के बाद से प्लांट का काम प्रभावित हो गया है.