रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : केंद्रीय कृषि कानून पर आज छत्तीसगढ़ के किसान प्रदर्शन करने जा रहे हैं. हाल ही में केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून लागू किए थे, जिसका विरोध पूरे देश में हो रहा है. अब इसकी आंच छत्तीसगढ़ तक भी पहुंच गई है. प्रदेश में किसान केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. राज्य के 25 किसान संगठन एक मंच से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक प्रदर्शन
राजधानी को जोड़ने वाले सभी 50 राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) और राज्य मार्ग सहित विभिन्न मार्गों पर 4 घंटे दोपहर 12 से 4 बजे तक चक्काजाम है. किसान रायपुर में कृषि कॉलेज के निकट सेरीखेड़ी में आंदोलन करेंगे और ट्रैफिक को इस दौरान रोका जाएगा. किसान महासंघ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी की गारंटी का कानून बनाने की मांग भी कर रहा है.
केंद्र और राज्य की नीतियों से परेशान किसान
संचालक मंडल सदस्य किसान तेजराम विद्रोही, रूपन चन्द्राकर, जागेश्वर चन्द्राकर, डॉ. संकेत ठाकुर ने बताया कि जब से बीजेपी केंद्र की सत्ता में आई है, तब से किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रही है, वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार भी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. सरकार ने 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था, जिससे किसानों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन यहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी. किसानों का आरोप है कि इधर बीजेपी भी धान खरीदी के लिए सिर्फ राजनीति कर रही है. केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों से किसान परेशान हैं. जिसके कारण किसानों को विरोध पर उतरना पड़ रहा है.
आज इन जगहों पर प्रदर्शन
- रायपुर
- बिलासपुर
- दुर्ग
- जगदलपुर
- धमतरी
- राजनांदगांव
- सरायपाली
- महासमुंद
- अंबिकापुर
- कोरबा
- भाटापारा
- बलौदाबाजार