किसान पर टूटा आफत का पहाड़.. खलिहान में रखी 22 एकड़ धान की फसल जलकर खाक.. पुलिस ने दर्ज किया मामला.. मालिक ने जताई आशंका..


कोरबा ( सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना:-कटघोरा/प्रदेश भर में किसान अब अपनी खड़ी फसल लेकर विपणन केंद्रों में पहुंच रहे. उन्हें खुशी है कि सालभर की मेहनत रंग लाएगी और उन्हें उनकी कीमत मिल सकेगी. लेकिन दूसरी तरफ कटघोरा थाने के छुरी के एक किसान पर इस खुशी से पहले ही दुःखो का पहाड़ टूट पड़ा है. खलिहान में मिंजाई के लिए रखी 22 एकड़ की खड़ी धान की फसल जकर खाक हो गई है. यह आगजनी किन वजहो से हुई है मालूम नही चल सका है. कटघोरा पुलिस ने पीड़ित किसान की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पीड़ित किसान के मुताबिक उन्हें इस बात की आशंका है किसी ने दुर्भावना से उसके खलिहान में रखी फसल में आग लगाई है. पूरी घटना बुधवार सुबह 11 बजे की है. किसान ने बताया कि उसने आग बुझाने फौरन एनटीपीसी और कटघोरा के दमकल को सूचित किया. फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आधे घंटे मेंमें आग पर काबू पाया.

जानकारी के मुताबिक छुरी कला के पार्षद सन्तोष कुमार केंवट पेशे से किसान है. घर से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर उनका खलिहान मौजूद है जहां इन दिनों धान मिंजाई का काम जोरो पर है. कल सुबह जब वे खलिहान की ओर से गुजर रहे थे तो वहां का नजारा देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. तीन से चार पैरावट का ढेर धू-धूकर जल रहा था. उन्होंने फौरन पानी भरे टैंकर से आग पर छिड़काव किया तब जाकर आग पर काबू पाया गया.

किसान ने बताया कि आग में खाक हुई फसल करीब 22 एकड़ की थी. तकरीबन 350 क्विंटल धान जल चुका है. इस आगजनी से किसान सन्तोष को सात से साढ़े सात लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि फसल का उन्होंने बीमा करा लिया था. प्रशासन की ओर से पटवारी ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आंकलन करते हुए पंचनामा तैयार कर लिया है. पीड़ित किसान ने मुख्यमंत्री से मार्मिक अपील करते हुए नुकसान के भरपाई की गुहार लगाई है.