कालीचरण महाराज गिरफ्तार: MP के खजुराहो से कालीचरण महाराज गिरफ्तार…


रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़):
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले फरार आरोपी कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर लिया गया है. रायपुर पुलिस ने मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया है. आज देर शाम तक रायपुर पुलिस कालीचरण महाराज को रायपुर लेकर आ सकती है. कालीचरण महाराज खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम के पास एक व्यक्ति के यहां किराए का रूम लेकर रूके हुए थे. बता दें कि रायपुर के टिकरापारा थाने में महात्मा गांधी के खिलाफ अभ्रद टिप्पणी करने पर कालीचरण महाराज के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था.

kalicharan maharaj arrested

कालीचरण महाराज गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक कालीचरण महाराज मध्य प्रदेश के खजुराहो में ठहरा हुआ था. रायपुर पुलिस कालीचरण और उनके पीए का मोबाइल ट्रेस कर खजुराहो पहुंची थी. इसके बाद तड़के सुबह 4 बजे पुलिस ने होटल में दबिश दी और फरार चल रहे कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की माने तो कालीचरण को देर शाम तक रायपुर लेकर पहुंच सकती है.

बाद में जोड़ी गई थी दो अन्य धाराएं

रायपुर में धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने मंच से महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इतना ही नहीं बल्कि गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को उनकी हत्या करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया था. इसके बाद मंच पर ही उनका विरोध शुरू हो गया था. फिर देर रात नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने उसी दिन टिकरापारा थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें पुलिस ने धारा 294, 505(2) के तहत मामला दर्ज किया था. वहीं पुलिस ने मंगलवार देर रात दो अन्य धाराएं 153 ए और 295 ए जोड़ दी थी.

बंटवारे के लिए गांधी जी को ठहराया था जिम्मेदार

रायपुर में आयोजित धर्म संसद 2021 में रविवार को बवाल हुआ था. यहां धर्म की बात के बीच राजनीति हावी होती नजर आई थी. महाराष्ट्र से आए संत कालीचरण ने मंच से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Controversial Statement on Mahatma Gandhi) पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने साल 1947 में हुए भारत के बंटवारे के लिए बापू को जिम्मेदार ठहराया था. महात्मा गांधी के खिलाफ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया था.

कालीचरण के इस बयान के बाद धर्म संसद में हंगामा मच गया था. कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक और छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास (Mahant Ramsundar Das) ने कालीचरण के बयान पर कड़ा ऐतराज जताया था. उन्होंने कहा था कि वह अगले साल धर्म संसद में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा था कि मंच से महात्मा गांधी के खिलाफ अशोभनीय बातें कही गई हैं. हम इसका विरोध करते हैं. इसके बाद वह मंच छोड़कर धर्म संसद से चले गए.

‘राजनेताओं को कट्टर हिंदूवादी होने की जरूरत’

धर्म संसद में कालीचरण को नाथूराम गोडसे की तस्वीर को हाथ जोड़कर प्रणाम करते देखा गया था. रविवार को उन्होंने मंच से बापू के खिलाफ विवादित बयान दिया था. उन्होंने खुले तौर पर कहा था कि राजा, यानि सांसद, विधायक, मंत्री और प्रधानमंत्री को कट्टर हिंदूवादी होना चाहिए. जो लोग वोट का इस्तेमाल नहीं करते हैं. उनके खिलाफ बोलते हुए कालीचरण ने इसे इस्लाम से जोड़ दिया था. वह कहने लगे कि वोट के अधिकार का इस्तेमाल नहीं करने से देश में इस्लाम हावी होगा.

‘धर्मांतरण रोकने के लिए जाति व्यवस्था खत्म हो’

धर्मांतरण पर बोलते हुए संत कालीचरण ने एक नई व्याख्या की थी. उन्होंने कहा था कि धर्मांतरण को रोकने के लिए जाति व्यवस्था को खत्म कर देना चाहिए. तभी धर्मांतरण रुकेगा. जिन लोगों को समाज से प्रेम नहीं मिला, जिन वर्गों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिला. ऐसे लोगों ने ही दूसरे धर्म को अपनाया है. इतना ही नहीं ऐसे लोगों की देखा-देखी करते हुए अन्य लोग अब धर्मांतरण को अपना रहे हैं. इसलिए जाति व्यवस्था को खत्म कर ही धर्मांतरण की समस्या का हल पाया जा सकता है.