कांकेर: बीमार थे नक्सली दम्पति तो भागकर पहुंचे पुलिस कैम्प.. टेस्ट कराने पर दोनों पाए गए कोरोना पॉजिटिव.. अब अस्पताल में शुरू हुआ इलाज.. स्वस्थ्य होने के बाद होगी पूछताछ.. आईजीपी ने की पुष्टि.

कांकेर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): कोरोना वायरस से आम जनता में हाहाकार मचा हुआ है. अब कोरोना का खौफ नक्सलियों में देखा जा रहा है. कोरोना संक्रमण के डर से नक्सली पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं. आत्मसमर्पित दो माओवादी कोरोना पॉजिविट पाए गए हैं.

जानकारी के मुताबिक कांकेर के बीएसएफ कैम्प में आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सली कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. नक्सली अर्जुन ताती और लक्ष्मी पड्डा ने बुधवार को बीएसएफ कैम्प में सरेंडर किया था. कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद दोनों को इलाज के लिए कोविड अस्पताल कांकेर में भर्ती करवाया गया है. बस्तर आईजी पी सुन्दराज ने इसकी पुष्टि की है.

बीमार थे नक्सली दपत्ति.

नक्सली अर्जुन ताती (28 वर्ष) और पत्नी लक्ष्मी पड्डा (22 वर्ष) उत्तर बस्तर कांकेर निवासी माओवादी संगठन छोड़कर कामतेड़ा बीएसएफ कैम्प थाना कोयलीबेड़ा में पहुंचे. अपने तबीयत खराब होने की वजह से आत्मसमपर्ण करने आए थे. दोनों माओवादी सदस्यों का तत्काल कांकेर अस्पताल में कोरोना जांच कराया गया. जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. दोनों को कांकेर कोविड अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

स्वस्थ होने के बाद होगी आगे की कार्रवाई.

स्वस्थ होने के बाद दोनों से आत्मसमपर्ण के संबंध में पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बस्तर रेंज आईजी सुन्दरराज पी. ने माओवादी दम्पती अर्जुन ताती और लक्ष्मी का सीपीआई माओवादी संगठन छोड़कर पुलिस से सम्पर्क करने के निर्णय का स्वागत किया है.

स्थानीय माओवादियों से सरेंडर करने की अपील.

कलेक्टर चंदन कुमार ने कोरोना संक्रमित माओवादी दम्पती को बेहतर उपचार के लिए कोविड अस्पताल प्रबंधन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए है. उप पुलिस महानिरीक्षक विनीत खन्ना ने अन्य स्थानीय माओवादी कैडर को भी बाहरी माओवादी कैडर के चंगुल से मुक्त होकर शासन के समक्ष आत्मसमर्पण करने की अपील की है.