रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़)/साकेत वर्मा: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा है. प्रदेश में खासतौर पर राजधानी में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ी, जिसके बाद सरकार को मंथन करना पड़ा. 18 जुलाई को सीएम भूपेश बघेल ने आपात बैठक बुलाई थी. बैठक में यह फैसला लिया गया है कि जिले की समीक्षा के बाद कलेक्टर लॉकडाउन का फैसला ले सकते हैं. राजधानी समेत बेमेतरा, मुंगेली, बिलासपुर, जगदलपुर में लॉकडाउन का फैसला लिया गया है.
मीटिंग में निर्देश दिए गए थे कि अगर आवश्यकता महसूस हो कि संक्रमण रोकने के लिए कर्फ्यू जैसे या पूर्ण लॉकडाउन की जरूरत है तो 3 या 4 दिन पहले इस बात की अनाउंसमेंट करें. कई जिलों के कलेक्टर ने समीक्षा के बाद लॉकडाउन का फैसला लिया है.
- राजधानी में लॉकडाउन की सूचना पहले दे दी गई थी. 22 जुलाई से 28 जुलाई तक लॉकडाउन रहेगा.
- राजनांदगांव में 22 जुलाई रात से 29 जुलाई तक लॉकडाउन का फैसला.
- कोरबा में 22 जुलाई से 28 जुलाई तक लॉकडाउन.
- बेमेतरा जिला भी 2 अगस्त तक लॉक है.
- मुंगेली में भी 22 जुलाई से 28 जुलाई तक लॉकडाउन.
- दुर्ग जिले में 22 जुलाई से 29 जुलाई तक लॉकडाउन.
- बलौदाबाजार में 22 जुलाई से 28 जुलाई रात तक लॉकडाउन.
- जगदलपुर में 23 जुलाई से लॉकडाउन का फैसला.
- बिलासपुर में 23 जुलाई से लॉकडाउन का फैसला.
- सरगुजा में भी 23 जुलाई से लॉकडाउन.
लॉकडाउन की अवधि में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. इस लॉकडाउन में आवश्यक सेवा जैसे दूध, दवा, पेट्रोल, सब्जी, चिकन, रसोई गैस जैसी चीजों छूट दी गई है. लेकिन इसके लिए भी अलग-अलग जिलों में अलग-अलग वक्त निर्धारित किया गया है. रायपुर में दूध विक्रेता शाम 5 बजे से 6.30 तक दूध बांट सकेंगे. हॉकर्स सुबह 6 से 9.30 तक छूट रहेगी. एलपीजी, सीएनजी गैस विक्रय के लिए सुबह 6 बजे से दोपहर 3 बजे तक की अ्नुमति मिली है.