कटघोरा : 4 दिनों से नगर में पीने के पानी के लिए हाहाकार..नगर पालिका बता रही बिजली विभाग की वजह..बिजली विभाग मेन्टेन्स का दे रहा हवाला..जनता हो रही परेशान..

कोरबा/कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा नगर पालिका परिषद के सभी वार्ड में अभी तीन दिनों से पीने के पानी को लेकर जनता में हाहाकार मचा हुआ है. मानसून की पहली बारिश होने पर कटघोरा नगर पालिका के पम्प हाउस में लाइट बंद होने से तीन दिनों में किसी भी वार्ड में पीने का पानी नहीं आ रहा है. जिसकी वजह से कटघोरा के आम नागरिकों में नगर पालिका परिषद पर नाराजगी नजर आ रही है.

वार्ड वासियों ने जनप्रतिनिधियों पर जताई नाराजगी.

कटघोरा नगर पालिका परिषद के किसी भी वार्ड में तीन दिनों से पीने का पानी नही सप्लाई हो रहा है जिसकी वजह नगर के वार्डवासियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि नगर पालिका परिषद के कुछ वार्डों के पार्षद तो काम कर रहें हैं लेकिन कुछ वार्डों के पार्षद अपने घरों में बैठे हैं उन्हें वार्ड की जनता से कोई सरोकार नहीं है. बतादें की कटघोरा नगर पालिका परिषद में 14 वार्ड है जिसमें से कुछ वार्ड के पार्षद ही वार्ड में समस्या को लेकर घुमते नज़र आतें हैं. लेकिन कुछ पार्षदों की कार्यशैली पर जनता ने नाराजगी जताई है. उनका कहना है केवल चुनाव के समय पर जनप्रतिनिधि घर आतें हैं उसके बाद वो वार्ड में नज़र नहीं आतें है. ऐसे में जनता अपनी समस्या किसको बताए.

CMO ने बताया कि बिजली न होने पर पम्प हाउस से पानी सप्लाई नहों हो पा रहा है.

कटघोरा नगर पालिका परिषद के CMO जे बी सिंह से जब इस विषय पर जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि 4 दिनों से पंप हाउस में विद्युत आपूर्ति बंद है जिसकी वजह से नगर में पानी सप्लाई नही हो पा रहा है.जिसकी वजह से नगर में पानी की समस्या निर्मित हुई है बिजली विभाग के कर्मचारी सुधार कार्य में लगे हैं. जल्द ही पीने के पानी की समस्या दूर हो जाएगी.

बतादें नगर पालिका परिषद कटघोरा में 3 दिनों से पीने के पानी की समस्या होने से सभी वार्ड वासियों में खासी नाराज़गी देखी जा रही है. नागरिकों का कहना है कि नगर पालिका को केवल समय पर घर तथा पानी का संपति कर वसूल करती है. और चौक चौराहों पर बिना मास्क वालों से हर्जाना वसूल करने में लगी है. उन्हें नगर की समस्या से कोई सरोकार नहीं हैं. वार्डवासियों ने नगर पालिका परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ साथ स्थानीय जनप्रतिधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसी को भी नगर की जनता से मतलब नहीं है. पीने के पानी की समस्या सबसे बड़ी समस्या है लेकिन इस ओर किसी को ध्यान नहीं है न जाने यह समस्या कब दूर होगी?