कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- 1 मई 2021/ चार महीने पहले जनवरी में केंद्र सरकार ने 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो में टीकाकरण का एलान किया था. वैक्सिनेशन के इस पूरे कार्यक्रम को देश, प्रदेश और जिले में आमलोगों का जबरदस्त प्रतिसाद मिला. इसे देखते पिछले महीने मार्च में उम्र के इस दायरे को कम करते हुए 45 वर्ष से अधिक के लोगो का भी टीकाकरण शुरू किया गया वही आज एक मई से 18 वर्ष से अधिक अवस्था के युवाओं टीकाकरण शुरू किया गया है. जिले के कटघोरा अनुविभाग में प्री मैट्रिक योजना छात्रावास को वैक्सीन सेंटर बनाया गया है. विभाग ने यहाँ 4:30 तक अपनी सभी तैयारिया पूरी कर ली थी. क्षेत्रीय विधायक पुरषोत्तम कँवर की मौजूदगी में टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया. उनके अलावा एसडीएम सूर्यकिरण तिवारी, तहसीलदार रोहित सिंह, बीएमओ आरपीएस कँवर, सीएमओ जेबी सिंह व बीईओ कटघोरा की मौजूदगी में तीसरे चरण का पहला टीकाकरण प्रारम्भ किया गया.
वैक्सीन सेंटर में मेडिकल स्टाफ ने पहला टीका खण्ड के ग्राम पंचायत जेन्जरा की सुकृता नेटी को लगाया गया. सुकृता अंत्योदय कार्डधारी है. उसके परिवार में उसकी माँ और एक भाई है. माँ ने 45+ वर्ग में वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली है जबकि भाई एक दो दिन के भीतर वैक्सिनेशन के लिए केंद्र पहुंचेगा. सुकृता ने बताया कि वह अपने टीकाकरण को लेकर काफी उत्साहित थी. उसने समाचार के माध्यम से सुना था कि सरकार 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो के लिए भी एक मई से टीकाकरण की शुरुआत कर रही है. आज कटघोरा के नियंत्रण कक्ष से उन्हें फोन आया था जिसके बाद प्रशासन की ओर से भेजे गए चारपहिया वाहन से वह वैक्सीन सेंटर पहुंची है. टीका लगने के बाद वह सामान्य महसूस कर रही है. टीके के बाद किस तरह की सावधानियां बरती जानी है इस बारे स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें विस्तार से समझाया है साथ ही दो मेडिकल अधिकारियों के मोबाइल नम्बर भी उन्हें दिए गए है. किसी भी तरह की स्वास्थ्यगत समस्या आने पर तत्काल सम्पर्क करने को कहा गया है. सुकृता ने कहा कि सरकार हर किसी का टीकाकरण करे. यह आज कोरोनाकाल की सबसे बड़ी जरूरत है. टीका न सिर्फ हमारी बल्कि हमारे परिवार और समाज को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है. सुकृता साक्षर है और कोरोना से जुड़े अपडेट जानने इंटरनेट का इस्तेमाल भी करती है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन से जुड़ी कई भ्रांतियां उन्हें गांववालों से सुनने को मिली थी लेकिन उन्होंने सबको समझाया है कि वैक्सीन पुरी तरह सुरक्षित है. जानलेवा कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए हम सबको आगे बढ़कर टीका लगवाने की जरूरत है. वह गांव लौटकर अपने परिजनों, साथियों और ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करेंगी.
26 वर्षीय सुरेश को भी लगा टीका.. बताया ‘फ्रंटलाइन वर्कर्स दोस्तो ने किया था वैक्सिनेशन के लिए प्रेरित.
इसी तरह पुरुष वर्ग में पहला टीका लगवाने वाले सुरेश कुमार के अनुभव भी काफी बेहतर रहे. खण्ड के ग्राम मड़वामहुआ का रहने वाला सुरेश कुमार महाविद्यालय का छात्र है. वह भी खुद के वैक्सिनेशन से काफी खुश नजर आया. सुरेश ने बताया कि उसे इंटरनेट के माध्यम से जानकारी मिली थी कि आज से युवाओं के लिए टीकाकरण शुरू होने वाला है. उनके कुछ स्थानीय मित्र भी चिकित्सा विभाग में बतौर फ्रंटलाइन वॉरियर कोरोना के रोकथाम में जुटे हुए है. उन्होंने भी उसे 18+ वैक्सिनेशन की जानकारी दी थी. सुरेश का मानना है कि कोरोना उम्र देखकर नही होता इसलिए राज्य व केंद्र सरकार सभी जनों के टीकाकरण की व्यवस्था करें. इससे कोविड के मृत्युदर में तो कमी आएगी ही साथ ही लोगो मे महामारी के विरुध्द एक सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होगा. लॉकडाउन की वजह से वैक्सीन सेंटर पहुंचने में दिक्कते आ रही थी. इस समस्या को देखते हुए ग्राम के सचिव के लिए उन्होंने वाहन की व्यवस्था की थी. सुरेश ने बताया कि उनके गांव मड़वामउहा में कोविड के तीन दर्जन से ज्यादा प्रकरण सामने आ चुके है. गांव में फैले उस महामारी के बीच सुरेश की माँ उसके स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित थी. खुद को वैक्सीन लग जाने पर उसे इस बात का मलाल था कि उसे अबतक टीकाकरण का मौका नही मिला है. आज के वैक्सिनेशन से वह भी काफी खुश होगी. वह टीके के बाद स्वस्थ महसूस कर रहे है. सेंटर के स्टाफ ने उन्हें जरूरी सावधानियां बताई है जिनका वह पालन करेंगे. टीकाकरण के लिए वह शासन, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देते है.
क्षेत्रीय विधायक ने इस मौके पर टीका लगाने सभी युवाओं को बधाई देते हुए टीकाकरण के बाद भी कोविड गाइडलाइंस का सतत पालन करते रहने की हिदायत दी साथ ही अपने साथियों को भी वैक्सीन सेंटर भेजने की अपील की. इस तरह कटघोरा के स्वास्थ्य विभाग ने आज पहले दिन अंत्योदय परिवार के न्यूनतम सौ युवाओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है. आगे जिला कलेक्टर किरण कौशल के निर्देशानुसार जनजागरूकता और प्रचार के माध्यम से अधिकाधिक लोगो को वैक्सिनेशन के लिए प्रेरित किया जाएगा.