कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) : एक तरफ जहां शासन प्रशासन जल है तो जीवन है, जल की बर्बादी ना करें का नारा लगाती है।लेकिन उन्हीं के संबंधित विभाग के मातहत कर्मचारी मानो इस स्लोगन से कोई संबंध नहीं रखते, तभी तो पानी की बर्बादी का नजारा अब आम हो गया है। ताजा मामला कटघोरा कोरबा मुख्य मार्ग जहां पर दो बड़े विभाग के कार्यालय हैं, दाएं तरफ जहां वन मंडल का दफ्तर है, वही बाएं तरफ पुलिस थाना स्थित है। बीचोबीच यहां पाइपलाइन लगभग सुबह से टूटी हुई है।
पाइप लाइन टूटी होने के कारण पानी फौव्वारा के रूप में सड़क पर लगातार पानी बह रहा है। दोनों कार्यालय के सामने की सड़क काफी दिनों से खराब है वजह थी सडक के बीचोबीच पीएचई विभाग द्वारा बिछाई गई पाइप लाइन से धीरे धीरे पानी का रिसाव लगातार कुछ दिनों से हो रहा था और इस वजह से इस स्थान पर बड़े बड़े गड्ढे निर्मित हो गए थे। यह सड़क मार्ग कोरबा को जोड़ता है और दिन भर भारी वाहन बस, ट्रक, व चार पहिया वाहन यहां से गुजरते रहते है। और अब पाइप लाइन के ज्यादा क्षतिग्रस्त होने से लगातार पानी का फौव्वारा निकल रहा है।
यहां से गुजरने वाले राहगीरों ने बताया कि सुबह से ही पानी लगातार सड़क पर बह रहा है, जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है। लोगों का यह भी कहना है कि अभी बूंद बूंद पानी के लिए हम दर दर की ठोकर खा रहे हैं, लेकिन न पीएचई विभाग और न ही नगर पालिका विभाग हमारी इस समस्या पर कोई ध्यान दे रहा है लेकिन इस तरह पानी की बर्बादी भी पीएचई विभाग के अधिकारी व नगर पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों को दिखाई ना देना ,जो यहां से ही गुजर कर अपने दफ्तर जाते हैं यह अपने आप में एक प्रश्न चिन्ह बना हुआ है। मानो यहां से गुजरने वाले जिमेदार अधिकारीयों के आंखों में पट्टी बंधी हुई है जो कि इन्हें जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। अब देखना होगा कि खबर आम होने के बाद विभाग कुंभकरण की नींद से जागता है या फिर ऐसे ही पानी की बर्बादी जारी रहेगा, यह तो समय के गर्त में छुपा है।