कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन 12अगस्त को समाप्त होगा। सावन के हर सोमवार का अपना विशेष महत्त्व होता है। आज सावन महीने का तीसरा सोमवार है। महादेव के साथ-साथ शिवभक्तों के लिए ये माह बेहद प्रिय होता है। वैसे श्रावण मास में सोमवार का विशेष महत्व बताया गया है। क्योंकि यही वो महीना है जब जब भगवान शिव और देवी पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। मान्यता यह भी है इस महीने में मांगी जाने वाली सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। ऐसे में सावन के तीसरे सोमवार पर मंदिरों में शिवभक्तों का जमावड़ा देखा गया। इस दौरान कई जगहों पर शिव के दुग्धाभिषेक के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी हुई दिखी। वहीं इस बीच, सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। कई मंदिरों के बाहर पुलिस की भारी तैनाती की गई है। ताकि किसी तरह का दंगा फसाद नहीं होने पाए।
श्रावण मास के तीसरे सोमवार के पावन अवसर पर कटघोरा के प्रसिद्ध चकचकवा पहाड़ के शिव नादिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिरों के बाहर देखने को मिली है।नगर में सभी शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिली। सुबह-सुबह कानों में गूंजती शंख और घंटे की आवाज और अगरबत्ती की खुशबू से मानों भक्तों का मन भगवान शिव के प्रेम में डूब गया हो। शिव प्यार ही ऐसा है कि हर कोई जलाभिषेक के लिए खूब मशक्कत कर रहा है। मंदिरों में इतनी भीड़ जुटी हुई है कि कुछ श्रद्धालुओं को शिव जी के दर्शन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
तीसरे सोमवार को शिव भक्तों ने जगह जगह पर भोग भंडारे का किया आयोजन
कटघोरा नगर में आज सावन सोमवार के तीसरे दिन शिव भक्तों की जहां सुबह से ही मंदिरों में भीड़ नज़र आई वहीं जगह जगह पर शिवभक्तों द्वारा भोग भंडारे आयोजन किया गया जहा शिव भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। नरसिंह गंगा चैतमा पाली से शिव भक्त कावड़ लेकर पदयात्रा कर जलाभिषेक करने कटघोरा के चकचकवा पहाड़ शिव मंदिर पहुंचतें हैं। उनकी सेवा के लिए जगह जगह पर सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा स्वल्पाहार का प्रबंध किया जाता है।