कोरबा : श्रीया स्वसहायता समूह ने जिला कलेक्टर को अपनी समस्याओं को लेकर सौपा ज्ञापन.. नया भवन उपलब्ध कराने के साथ महिला सशक्तिकरण में सहयोग की अपील की.

कोरबा/कटघोरा 22 नवम्बर 2022 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : छत्तीसगढ़ के मुखिया प्रदेश में महिला समूह के स्वावलंबन को लेकर अनेकों विकास कार्य किये जा रहे हैं। लेकिन कटघोरा के श्रीया स्वसहायता महिला समूह के सामने स्वयं के भवन को लेकर अनेक समस्याएं आ रही हैं।

बतादें की श्रीया स्व सहायता समूह विगत 10 वर्षों से समूह के माध्यम से विभिन्न आर्थिक सामाजिक क्षेत्रों में कार्य कर रहा है। समूह के द्वारा मध्यान भोजन से कार्य प्रारंभ किया गया था इसके साथ ही साथ ही समूह की महिलाओं द्वारा पापड़, बड़ी, बिजौरी आदि सामग्री बनाने व बेचे जाते हैं। फिर कुछ वर्षों बाद अपने कार्य को आगे बढ़ाते हुए टिफिन सेंटर प्रारंभ किया गया, जिसमें किफायती कीमत में लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्तमान में समूह की महिलाओं द्वारा टिफिन सेंटर के साथ ही न्यू बस स्टैंड कटघोरा में श्रीया रेस्टोरेंट्स चलाया जा रहा है।

समूह द्वारा टिफिन सुविधा शहर मैं अलग-अलग विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को एवं शहर के लोगों को घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराते हैं। एवं रेस्टोरेंट के माध्यम से यात्रीगण अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन एवं कर्मचारियों को किफायती दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाता है। विशेषकर अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए विशेष सुविधा गर्म पानी, चाय, साबूदाना एवं घर जैसे सादा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

श्रीया स्व सहायता समूह जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि हमारे द्वारा संचालित रेस्टोरेंट जोकि न्यू बस स्टैंड कटघोरा में है वह किराए में लिया गया है। जिसका किराया ईंधन, बिजली बिल का वहन बहुत ज्यादा हो रहा है। क्योंकि हमारे समूह का उद्देश्य अपनी सामाजिक सहभागिता निभाते हुए महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत व स्वावलंबी बनाने का है। जो कि वर्तमान समय में इस समस्या के कारण पूरा नहीं हो पा रहा है एवं समूह के ऊपर आर्थिक भार बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण समूह को संचालन में कठिनाई हो रही है इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कटघोरा नगर में रिक्त कोई भवन जो कि अभी खाली है उपलब्ध कराने की मांग की है। ताकि समूह अपने कार्यों का संचालन उचित ढंग से कर सकें। उन्होंने सहयोग की अपेक्षा रखते हुए कहा कि इसमें कार्य सदस्यों को आर्थिक संबल एवं महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्व कदम होगा।